भारतीय टीम इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ का तीसरा मैच हार गई। मैच की आखिरी पारी में भारत को जीत के लिए 193 रनों का लक्ष्य मिला था। टीम की पारी 170 रनों पर सिमट गई। दोनों टीमों के बीच रोमांचक मुकाबला देखने को मिला। इसके साथ ही, मैच में अंपायरों के स्तर पर भी कई सवाल उठ रहे हैं। इस मैच में बांग्लादेश के शराफुद्दीन और ऑस्ट्रेलिया के पॉल राइफल फील्ड अंपायर की भूमिका में थे।
मैच में इंग्लैंड के पक्ष में कई फैसले
इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स पहली पारी में और जो रूट दूसरी पारी में अंपायर कॉल के कारण बच गए। दोनों को नॉट आउट दिया गया, जिसके बाद भारत ने DRS लिया। गेंद विकेट पर लग रही थी, लेकिन अंपायर कॉल ने दोनों को बचा लिया। भारत को पहली पारी में जोफ्रा आर्चर और दूसरी पारी में ओली पोप का विकेट DRS के कारण मिला। पहली पारी में तीन भारतीय बल्लेबाजों को अंपायर ने आउट दिया था, लेकिन तीनों बार DRS ने उन्हें बचा लिया। दूसरी पारी में रवींद्र जडेजा और शुभमन गिल डीआरएस के कारण बच गए।
भारतीय टीम के पूर्व स्पिनर आर. अश्विन ने पॉल राइफल के बारे में कहा – जब भी भारत गेंदबाजी करता है, उन्हें हमेशा लगता है कि वह आउट नहीं हैं। जब भी भारत बल्लेबाजी करता है, उन्हें हमेशा लगता है कि वह आउट हैं।
पॉल राइफल कौन हैं?
59 वर्षीय पॉल राइफल को सोशल मीडिया पर भी खूब ट्रोल किया जा रहा है। राइफल एक ऑस्ट्रेलियाई अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर रहे हैं। वह दाएं हाथ के तेज गेंदबाज थे। 1992 से 1999 के बीच उन्होंने 35 टेस्ट और 92 वनडे मैच खेले। इसमें उनके नाम 210 विकेट हैं। उन्होंने टेस्ट मैचों में 6 अर्धशतक भी लगाए हैं। वह 1999 विश्व कप विजेता टीम का भी हिस्सा थे। वह 2008 से अंपायरिंग कर रहे हैं। वह पहली बार 2009 में फील्ड अंपायर की भूमिका में नजर आए थे। हालांकि, इतने लंबे करियर के बाद भी वह एक बार भी आईसीसी अंपायर ऑफ द ईयर का अवॉर्ड नहीं जीत पाए हैं।