पिछले कुछ सालों में साइबर धोखाधड़ी ने तहलका मचा दिया है। यह पूरी दुनिया के लिए एक बड़ा मुद्दा बना हुआ है। साइबर धोखाधड़ी पर नियंत्रण के लिए सरकार भी सख्ती बरत रही है और इसके लिए विभिन्न प्रकार के उपाय भी अपनाए जा रहे हैं। सरकार के साथ-साथ दूरसंचार ऑपरेटर भी सिम कार्ड, नेटवर्क और डेटा से संबंधित निर्देशों का पालन कर रहे हैं। यहां तक कि ट्राई की ओर से सख्त कदम उठाते हुए सिम कार्ड जारी करने वाली कंपनियों को निर्देश दिए गए हैं कि वे बिना रजिस्ट्रेशन के किसी भी व्यक्ति को सिम कार्ड नहीं दे सकते।
वहीं, दूरसंचार विभाग के नियमों में 9 से अधिक सिम कार्ड रखने वालों पर भी सख्ती का उल्लेख है। एक व्यक्ति के पास 9 से अधिक सिम कार्ड रखना कानूनी अपराध है। इसके लिए लाखों रुपए का जुर्माना भी है, जो नियमों का उल्लंघन करने वालों को देना पड़ता है। इसलिए पहले ही यह जांच कर लेना जरूरी है कि किसी अन्य व्यक्ति ने आपके आधार कार्ड का इस्तेमाल करके सिम कार्ड तो नहीं ले लिया है।
9 से अधिक सिम कार्ड पर भारी जुर्माना!
दूरसंचार अधिनियम 2023 के तहत एक व्यक्ति के पास 9 से अधिक सिम कार्ड नहीं होने चाहिए। ट्राई और दूरसंचार विभाग के नियमों के अनुसार, यदि कोई व्यक्ति अवैध काम करते पाया गया तो उसे भारी जुर्माना देना होगा। पहली बार नियम का उल्लंघन करने पर 50 हजार रुपये का जुर्माना है, लेकिन अगर ऐसा बार-बार किया गया तो 2 लाख रुपये तक का जुर्माना देना पड़ सकता है। धोखेबाज या लोगों को धोखा देने वालों को भी जेल जाना पड़ सकता है।
कैसे पता करें कि कितने सिम आधार से लिंक हैं?
दूरसंचार विभाग की संचार साथी नामक वेबसाइट के जरिए आप यह जांच सकते हैं कि कितने सिम कार्ड आधार कार्ड से लिंक हैं। वेबसाइट पर जाएं और “मोबाइल कनेक्शन” विकल्प पर क्लिक करें। यहां आधार से लिंक फोन नंबर दर्ज करें। पंजीकृत फोन नंबर पर ओटीपी आएगा। एंटर करने के बाद आप अपने आधार से यह जान सकेंगे कि आपके पास कितने सिम कार्ड हैं और फिर आप उस सिम को ब्लॉक या रिपोर्ट कर सकते हैं जिसका इस्तेमाल नहीं हो रहा है या बिना जानकारी के जारी किए गए सिम नंबर को ब्लॉक कर सकते हैं।