अक्सर घर में सभी रिश्तों में किसी न किसी कारण से दरार आ ही जाती है, कभी-कभी यह बड़ा रूप भी ले सकती है। वहीं अगर बात करें पति-पत्नी की तो कभी-कभी उनके बीच छोटी-छोटी बातें होती हैं, लेकिन सोचने-समझने के तरीकों में अंतर होने के कारण वे झगड़े का रूप ले लेती हैं। नीचे कुछ सामान्य बातें दी गई हैं जिनके बारे में दोनों सोचते हैं और जो अक्सर लड़ाई को बढ़ावा देती हैं। कई बार तो रिश्ता टूटने की कगार पर भी पहुंच जाता है।
1. मैं सही हूँ, तुम गलत हो
दोनों को लगता है कि उनकी बात सही है और दूसरा पक्ष समझना नहीं चाहता। जब किसी का उद्देश्य जीतना हो जाता है, तो समाधान की गुंजाइश कम हो जाती है।
2. आप हमेशा ऐसा करते हैं
“तुम खेमी देर से आते हो” या “तुम कभी मेरी बात नहीं करते” जैसी पुरानी कहावतों को दोहराने से सामने वाले व्यक्ति को लगता है कि उसके अच्छे कामों को नजरअंदाज किया जा रहा है और बहस शुरू हो जाती है।
3. मुझे कोई नहीं समझ रहा है
दोनों को लगता है कि उनकी भावनाओं को महत्व नहीं दिया जा रहा है, जिसके कारण उनमें निराशा और गुस्सा पैदा होता है। अर जगता में अख्तियार नहीं है
4. अहंकार और आत्मसम्मान का टकराव
किसी बहस के दौरान यह सोचना कि ‘मैं क्यों झुकूं’, रिश्ते को नुकसान पहुंचा सकता है। किसी रिश्ते में अहंकार से ज्यादा समझदारी महत्वपूर्ण है।
5. तुरंत जवाब दें
बिना सोचे-समझे जवाब देना, या गुस्से में कुछ ऐसा कह देना जिसका बाद में आपको पछतावा हो, अक्सर आग में घी डालने का काम करता है।
6. सुनो मत, सिर्फ बोलो
कई बार दोनों अपनी-अपनी बात रखने में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि एक-दूसरे की बात भी नहीं सुनते। इससे ग़लतफ़हमियाँ और बढ़ जाती हैं।
7. मौन या दूरी बनाए रखना
कुछ लोग बहस के दौरान चुप हो जाते हैं या दूरी बना लेते हैं, जिससे दूसरे व्यक्ति को उपेक्षित महसूस होता है और बहस लंबी खिंच जाती है।