लाइफस्टाइल न्यूज़ डेस्क,बिगड़ी हुई लाइफस्टाइल, खानपान की खराब आदतें और जरूरत से ज्यादा तनाव, आज ज्यादातर लोगों के लिए हाई बीपी का कारण बनता जा रहा है। लंबे समय तक बना हुआ हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज, स्ट्रोक और किडनी फेलियर जैसी गंभीर समस्याओं को जन्म देता है। यही वजह है कि इस समस्या को साइलेंट किलर के नाम से भी जाना जाता है। अगर आप भी हाई बीपी की समस्या से परेशान हैं तो अपने डेली रूटीन में योग को जरूर जगह दीजिए। नियमित रूप से योगासन करने से हाई बीपी को कंट्रोल रखने में मदद मिल सकती है। योग न केवल तंत्रिकाओं को शांत करता है, बल्कि तनाव दूर करके बीपी को नेचुरली कंट्रोल करने में भी मदद करता है। आइए जानते हैं ऐसे ही दो योगासनों के बारे में, जिनका नियमित अभ्यास आपके बीपी को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।
हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करते हैं ये 2 योगासन
सेतुबंधासन
सेतुबंधासन को अंग्रेजी में ब्रिज पोज के नाम से भी जाना जाता है। यह आसन न केवल ब्लड प्रेशर को प्रभावी ढंग से कम करने में मदद करता है, बल्कि गठिया के दर्द में भी राहत देकर मांसपेशियों को मजबूत बनाता है। इस आसन को करते समय साधक को अपनी गर्दन, रीढ़ और चेस्ट में स्ट्रेच महसूस होता है। जिससे उसे अपनी परेशानी में आराम मिलता है।
सेतुबंधासन करने का तरीका
सेतुबंधासन करने के लिए सबसे पहले पीठ के बल सीधा लेटकर घुटनों और कोहनियों को मोड़ें। इसके बाद अपने पैरों को फर्श पर कूल्हों के पास और अपने हाथों को सिर के दोनों तरफ मजबूती से रखें। अब अपने दोनों हाथों और पैरों को जमीन पर सहारा देते हुए धीरे-धीरे शरीर को हवा में उठाने की कोशिश करें। ऐसा करते हुए आपका शरीर ब्रिज के समान बन जाएगा। अब इस मुद्रा में 20 सेकंड के लिए बने रहें। तय समय बाद धीरे-धीरे शरीर को पहले की मुद्रा में वापस ले आएं।
बालासन करने का तरीका
बालासन करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर वज्रासन की मुद्रा में बैठ जाएं। इसके बाद धीरे-धीरे सांस लेते हुए अपने हाथों को सिर के ऊपर ले जाते हुए धीरे-धीरे सांस छोड़े और आगे की तरफ झुकें। ऐसा करते हुए अपने माथे को जमीन पर टिका लें और अपनी सांसों पर ध्यान दें। इस मुद्रा में 30 सेकेंड बने रहने के बाद शरीर को आराम दें