Home खेल ‘अगर हार्ड बनी तो बल्ले चूर चूर हो जाऐंगे’, शुभमन गिल ने...

‘अगर हार्ड बनी तो बल्ले चूर चूर हो जाऐंगे’, शुभमन गिल ने की ड्यूक्स बॉल की शिकायत तो गेंद बनाने वाली कंपनी ने दिया करारा जवाब

7
0

क्रिकेट न्यूज़ डेस्क।। भारत और इंग्लैंड के बीच चल रही टेस्ट सीरीज़ के दौरान ड्यूक्स गेंद को लेकर कई शिकायतें सामने आई हैं। दोनों टीमों का कहना था कि यह गेंद पहले के मुकाबले जल्दी नरम हो जाती है। इससे गेंदबाजों के लिए परेशानी हो रही है। अब ड्यूक्स गेंद बनाने वाली कंपनी के मालिक दिलीप जाजोदिया ने इस पर प्रतिक्रिया दी है। उनका कहना है कि अब बल्ले भी पहले के मुकाबले बदल गए हैं, जिससे गेंद का आकार भी बदल रहा है। जाजोदिया ने यह भी कहा कि अगर वे बहुत सख्त गेंद बनाते हैं, तो बल्ला टूट जाएगा।

एजबस्टन टेस्ट के बाद भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने ड्यूक्स गेंद पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा, “गेंदबाजों के लिए यह काफी मुश्किल हो गई है। मुझे लगता है कि गेंद शायद विकेट के मुकाबले बहुत जल्दी खराब हो रही है। यह जल्दी नरम हो जाती है। मुझे नहीं पता कि यह विकेट की वजह से है या किसी और वजह से। यह गेंदबाजों के लिए एक समस्या है। ऐसे में जब कुछ नहीं होता है, तो विकेट लेना बहुत मुश्किल हो जाता है।”

‘क्रिकेट गेंदों की हमेशा आलोचना होती है’

'अगर हार्ड बनी तो बल्ले चूर चूर हो जाऐंगे', शुभमन गिल ने की ड्यूक्स बॉल की शिकायत तो गेंद बनाने वाली कंपनी ने दिया करारा जवाब

ड्यूक्स गेंद को लेकर उठे सवालों पर जाजोदिया ने कहा, ‘क्रिकेट गेंदों की हमेशा आलोचना होती है। सिर्फ़ ड्यूक ही नहीं, एसजी और कूकाबुरा भी। टेस्ट क्रिकेट के लिए नई गेंद देनी पड़ती है। यह प्राकृतिक कच्चे माल से बनी होती है, इसलिए हम 100 प्रतिशत गारंटी नहीं दे सकते कि हर गेंद सही होगी। इस धरती पर कोई भी ऐसा नहीं कर सकता। मैं सबको बताता रहता हूँ कि बल्ले बदल रहे हैं, वे मज़बूत हो गए हैं। खिलाड़ी अब ज़्यादा मज़बूत हो गए हैं। वे पहले से ज़्यादा गेंदें मैदान के बाहर मार रहे हैं। भारतीय कप्तान शुभमन गिल को ही देख लीजिए। उन्हें छक्के मारने वाला बल्लेबाज़ नहीं माना जाता। वे एक बेहतरीन पारंपरिक बल्लेबाज़ हैं, लेकिन वे भी छक्के मारते थे।’

‘बल्ला टूट जाएगा’

जाजोदिया ने आगे कहा, अगर मैं बहुत सख़्त गेंद डालूँगा, तो बल्ला टूट जाएगा। हमें सावधान रहना होगा। खेल के नियम कहते हैं कि 80 ओवर के खेल में गेंद घिस जानी चाहिए। इसलिए अगर गेंद 80 ओवर तक टिकी रही, तो धीरे-धीरे खराब हो जाएगी। आप 20 ओवर के बाद आकर यह नहीं कह सकते कि गेंद उस तरह नहीं जा रही जैसा मैं चाहता हूँ। अगर कुछ वाकई गलत है, तो उसे बदलने का विकल्प होना चाहिए।
ड्यूक्स बॉल के मालिक का कहना है कि लोग अब अधीर हो रहे हैं। अगर चीजें उनके मनमुताबिक नहीं होतीं, तो वे गेंद बदलने की माँग करते हैं। उन्हें उम्मीद होती है कि नई गेंद विकेट लेगी।

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here