क्रिकेट न्यूज डेस्क।। भारतीय टीम के युवा तेज़ गेंदबाज़ हर्षित राणा को इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज़ में मौका नहीं मिला था। बाद में, उन्हें पहले टेस्ट मैच के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया, लेकिन दूसरे टेस्ट से पहले ही उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया। हाल ही में उन्होंने अपने मानसिक बोझ को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है। भारतीय तेज़ गेंदबाज़ ने रणवीर इलाहाबादी के पॉडकास्ट पर अपने शुरुआती टेस्ट करियर को लेकर बड़ा बयान दिया है। राणा ने कहा कि कभी-कभी जब आपको टीम से बाहर किया जाता है, तो आपकी मानसिकता भी एक समय पर काफ़ी बदल जाती है।
हर्षित राणा ने किया खुलासा
हर्षित राणा ने कहा, टेस्ट सीरीज़ बहुत लंबी होती हैं और यह सफ़र 2 से 3 महीने तक चलता है। कल्पना कीजिए कि आपने पहला मैच खेला और अच्छा प्रदर्शन नहीं किया और अगले चार टेस्ट मैचों में आपको टीम से बाहर कर दिया जाता है, तो एक समय पर आप काफ़ी मानसिक दबाव में भी आ जाते हैं। लेकिन इसके बावजूद आपको कड़ी मेहनत करनी होती है और आप मैदान पर लगातार अभ्यास करते हैं। लेकिन आपके दिमाग़ में यह बात चल रही होती है कि आपकी शुरुआत इतनी अच्छी नहीं थी और आपको बेहतर प्रदर्शन करना चाहिए था।
हर्षित राणा ने टीम इंडिया के लिए अब तक दो टेस्ट मैच खेले हैं, जिनमें उन्होंने 50.75 की औसत से चार विकेट लिए हैं। हर्षित को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया था। उन्होंने टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम के माहौल के बारे में कहा, “सभी लोग बहुत सपोर्टिव हैं। वे बस यही कहते हैं कि कड़ी मेहनत करो। तुम्हें कई मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा, लेकिन क्रिकेट तुम्हारा दिल है। जब चीजें तुम्हारे हिसाब से नहीं चल रही हों, तो तुम्हें मैदान पर रहकर ट्रेनिंग करते रहना चाहिए। इससे तुम्हें बहुत खुशी मिलेगी।”
सफेद गेंद प्रारूप के आँकड़े
हर्षित राणा ने टीम इंडिया के लिए एक टी20 और 5 वनडे मैच भी खेले हैं। एकमात्र टी20 मैच में उन्होंने 11 की औसत से तीन विकेट लिए हैं, जबकि पाँच वनडे मैचों में उन्होंने 20.70 की औसत से 10 विकेट लिए हैं। फिलहाल, इस तेज़ गेंदबाज़ का पूरा ध्यान 9 सितंबर से शुरू हो रहे एशिया कप 2025 पर होगा। हर्षित राणा इस टूर्नामेंट के लिए टीम इंडिया में जगह बनाना चाहते हैं।