सोमवार, 21 जुलाई 2025 को अंतर्राष्ट्रीय बाजार में अमेरिकी मुद्रा की मजबूती और भारतीय शेयर बाजार के नकारात्मक रुख के कारण भारतीय रुपये में कमजोरी देखी गई। शुरुआती कारोबार में रुपया डॉलर के मुकाबले 20 पैसे गिरकर 86.36 पर आ गया। विदेशी मुद्रा व्यापारियों का कहना है कि रुपये में गिरावट जारी रही और यह नकारात्मक रुख के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.27 पर खुला।
रुपया कमजोर हुआ
पिछले सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन यानी शुक्रवार (18 जुलाई 2025) को रुपया 4 पैसे की गिरावट के साथ अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 86.16 पर बंद हुआ। दूसरी ओर, छह प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले अमेरिकी डॉलर की स्थिति को दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.02% गिरकर 98.46 पर आ गया।
फिनरेक्स ट्रेजरी एडवाइजर्स एलएलपी के ट्रेजरी प्रमुख और कार्यकारी निदेशक अनिल कुमार भंसाली का कहना है कि डॉलर में मजबूती के कारण भारतीय रुपये में कमजोरी देखी जा रही है और इसके 85.90 से 86.40 के दायरे में रहने की उम्मीद है। अंतरराष्ट्रीय मानक (ग्लोबल ऑयल बेंचमार्क) ब्रेंट क्रूड 0.12 प्रतिशत की उछाल के साथ 69.36 डॉलर प्रति बैरल के भाव पर बना रहा। वहीं शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, शुक्रवार को विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने खरीदारी की। उन्होंने शुद्ध रूप से 374.74 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे।
शेयर बाजार में सुधार
सप्ताह के पहले कारोबारी दिन की शुरुआत में सेंसेक्स 155.73 अंक फिसलकर 81,602.00 अंक पर, जबकि निफ्टी 63.55 अंक फिसलकर 24,904.85 अंक पर बंद हुआ। हालांकि, बाद में सेंसेक्स में तेजी आई और सुबह 11 बजे के आसपास 300 अंकों की उछाल आई। वहीं, रिलायंस इंडस्ट्रीज में 1.95 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गई। इसके बाद एक्सिस बैंक के शेयरों में 1.72 प्रतिशत, महिंद्रा एंड महिंद्रा में 1.17 प्रतिशत और इंफोसिस के शेयरों में 1.04 प्रतिशत की गिरावट आई।