देश में लागू हुए जीएसटी सुधारों का शेयर बाजार पर तगड़ा असर देखने को मिला है और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एच1बी वीजा बम पर टैक्स छूट भारी पड़ती दिखी है। दरअसल, ट्रंप द्वारा एच1बी वीजा शुल्क बढ़ोतरी की घोषणा के बाद हफ्ते के पहले कारोबारी दिन सोमवार को सेंसेक्स-निफ्टी बड़ी गिरावट के साथ खुले। लेकिन कुछ ही मिनटों बाद दोनों सूचकांक जोरदार रिकवरी मोड में आ गए और शुरुआती गिरावट धीमी पड़ गई। जहां आईटी शेयरों में गिरावट देखी गई, वहीं अडानी पोर्ट्स-अडानी पावर से लेकर कोचीन शिपयार्ड्स तक के शेयरों में तेजी रही।
पहले तेज गिरावट, फिर संभले शेयर बाजार ने सोमवार को तेज गिरावट के साथ कारोबार की शुरुआत की। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स अपने पिछले बंद 82,626.23 के मुकाबले भारी गिरावट के साथ 82,151.07 पर खुला। इस बीच, ट्रंप द्वारा एच1बी वीजा शुल्क में बढ़ोतरी की घोषणा के चलते खासतौर पर आईटी कंपनियों के शेयर बिखरे नजर आए। लेकिन कुछ ही मिनटों के कारोबार में यह तेज़ गिरावट धीमी पड़ गई और बीएसई सूचकांक में ज़बरदस्त सुधार देखा गया। खबर लिखे जाने तक आधे घंटे के कारोबार में यह मामूली गिरावट के साथ 82,557.88 पर कारोबार कर रहा था।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी सूचकांक की बात करें तो सेंसेक्स की तरह इसमें भी पहली गिरावट और फिर सुधार देखने को मिला। 50 शेयरों वाला यह सूचकांक अपने पिछले बंद स्तर 25,327.05 की तुलना में 25,238.10 पर खुला और फिर 25,331.70 पर कारोबार करने लगा।
शुरुआत में 2,355 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। शेयर बाजार की खराब शुरुआत के दौरान, शेयर बाजार में सूचीबद्ध लगभग 2,355 कंपनियों के शेयर अपने पिछले बंद स्तर की तुलना में तेज़ या मामूली गिरावट के साथ खुले, जबकि 948 कंपनियों के शेयर बढ़त के साथ हरे निशान में खुले। 155 शेयरों की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया और उनकी शुरुआत सपाट रही।
निफ्टी पर एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस, बजाज फाइनेंस, बजाज फिनसर्व, श्रीराम फाइनेंस, एशियन पेंट्स, अदानी पोर्ट्स सबसे ज़्यादा बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे, जबकि टेक महिंद्रा, टीसीएस, टाटा मोटर्स, अपोलो हॉस्पिटल्स, डॉ रेड्डीज लैब्स जैसे बड़े शेयरों ने गिरावट के साथ कारोबार शुरू किया।
ट्रंप की घोषणा का आईटी शेयरों पर असर: अब बात करते हैं डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एच1बी वीजा शुल्क वृद्धि से प्रभावित शेयरों की, तो इसका सबसे ज़्यादा असर आईटी शेयरों पर पड़ा। सबसे ज़्यादा गिरने वाले शेयरों में टेक महिंद्रा के शेयर (3.74%), टीसीएस के शेयर (2.20%), इंफोसिस (2.10%), एचसीएल के शेयर (1.70%) गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे, जबकि हेक्सवेयर टेक के शेयर (5.60%), एम्फैसिस के शेयर (4%), टाटा टेक के शेयर (2.10%) मिडकैप श्रेणी में कारोबार कर रहे थे।
बात करते हैं अडानी पावर समेत इन 10 शेयरों की, सबसे ज्यादा उछलने वाले शेयरों की, तो गौतम अडानी की अगुवाई वाली अडानी पावर का शेयर सबसे तेज गति से दौड़ा और 18 फीसदी से ज्यादा की बढ़त के साथ 167.55 रुपये पर पहुंच गया। इसके अलावा स्मॉलकैप श्रेणी के अन्य लाभ में स्टेट ट्रेडिंग कॉर्पोरेशन (15%), आईआईएल (9%), बीसीएल इंडिया शेयर (7.56%), एमएमटीसी शेयर (7.50%) और नेट वेब शेयर (6%) रहे। मिडकैप में पीईएल के शेयर (5%), मुथूट फाइनेंस के शेयर (3%), कोचीन शिपयार्ड के शेयर (2.70%) और यस बैंक के शेयर (2.10%) बढ़त के साथ कारोबार कर रहे थे।