हेडिंग्ले में पहले टेस्ट की दोनों पारियों में बड़ा स्कोर बनाने के बावजूद टीम इंडिया के मैच हारने की मुख्य वजह साफ तौर पर उसका कमजोर गेंदबाजी आक्रमण रहा। ऐसे में एजबेस्टन में भारतीय गेंदबाजी के ‘ट्रंप कार्ड’ जसप्रीत बुमराह को आराम देने के बाद ऐसा लग रहा था कि भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण की धार और धुंधली हो जाएगी, लेकिन तस्वीर में नजर आ रहे आकाशदीप के मन में शायद कुछ और ही था। मैच की पहली पारी में ‘चौका’ और दूसरी पारी में ‘छक्का’ लगाकर भारतीय जीत की कहानी लिखने वाले क्रिकेट के नए ‘आकाश’ की घातक इनस्विंगर्स का इंग्लिश बल्लेबाजों के पास कोई जवाब नहीं था।
क्लीन बॉलिंग के जरिए चार विकेट
खास बात यह रही कि मैच में दस विकेट लेने वाले 6 फीट 1 इंच लंबे तेज गेंदबाज आकाश ने इन चारों बल्लेबाजों को क्लीन बॉलिंग के जरिए पवेलियन भेजा, जो क्रिकेट में बल्लेबाज पर गेंदबाज के पूरी तरह से दबदबे का प्रतीक है। पहली पारी में उन्होंने शतक बनाने वाले हैरी ब्रूक को आउट किया और दूसरी पारी में उन्होंने बेन डकेट, ओली पोप और जो रूट जैसे दिग्गजों को आउट किया। यह पहला मौका था जब आकाश दीप ने टेस्ट क्रिकेट में पांच विकेट लिए। इतना ही नहीं, आकाश दीप इंग्लैंड में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट मैच में दस विकेट लेने वाले दूसरे भारतीय गेंदबाज बन गए। उनसे पहले चेतन शर्मा ने 1986 में यह उपलब्धि हासिल की थी। उन्होंने भी एजबेस्टन में 10 विकेट लिए थे।
नंबर गेम
एजबेस्टन टेस्ट में आकाश दीप ने 187 रन देकर 10 विकेट लिए, जो इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट मैचों में किसी भारतीय गेंदबाज का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले चेतन शर्मा ने 1986 में एजबेस्टन में 188 रन देकर 10 विकेट लिए थे।
एजबेस्टन टेस्ट की दोनों पारियों में आकाश दीप और मोहम्मद सिराज ने 17 विकेट लिए। टेस्ट में भारत के नए गेंदबाजों का यह संयुक्त सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है। इससे पहले इरफान पठान-जहीर खान और इशांत शर्मा-उमेश यादव की जोड़ी ने एक टेस्ट में इतने ही विकेट लिए हैं।
विरोधी टीम के कप्तान भी मुरीद हुए
एजबस्टन टेस्ट की पहली पारी में छह विकेट लेने वाले तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने अपने जोड़ीदार आकाश की तारीफ की। उन्होंने कहा, ‘जब भी आकाश गेंदबाजी कर रहा होता था, तो मैं मिड-ऑफ पर खड़ा रहता था। मैं उससे कहता था कि सिर्फ विकेट लेने के बाद मत भागो, उसी एरिया में गेंदबाजी करते रहो और तुम्हें विकेट मिल जाएंगे।’ वहीं, इंग्लैंड के कप्तान बेन स्टोक्स ने कहा, ‘आकाश ने पिच में दरारों का अच्छा इस्तेमाल किया। लगातार कोण बदलने और उनका इस्तेमाल करने की उनकी क्षमता कमाल की है और फिर भी वह बहुत सटीक हैं। वह उस दरार पर ध्यान केंद्रित कर रहे थे। रविवार की सुबह हैरी ब्रूक जिस गेंद पर आउट हुए, उस पर कोई भी बल्लेबाज कुछ नहीं कर सका। जब जेमी स्मिथ ने शुरुआत में कुछ रन बनाए, तो मैं दूसरे छोर पर खड़ा था। गेंद एक फुट दूर थी। जिस तरह से आकाश ने क्रीज पर कोण बदलते हुए भी उस एरिया में गेंदबाजी की, वह उनके अद्भुत कौशल को दर्शाता है।
बहन के नाम पर प्रदर्शन
आकाशदीप ने अपने शानदार प्रदर्शन को कैंसर से पीड़ित अपनी बहन को समर्पित किया। ब्रॉडकास्टर के लिए चेतेश्वर पुजारा से बात करते हुए अपनी भावनाओं को नियंत्रित करते हुए उन्होंने कहा, ‘जब भी मैं गेंद उठाता हूं, तो मेरे दिमाग में अपनी बहन का ख्याल और तस्वीर आती है। मैंने इस बारे में किसी से बात नहीं की है, लेकिन दो महीने पहले उसे कैंसर का पता चला था। यह प्रदर्शन उसे समर्पित है। मैं उसे बताना चाहता हूं कि बहन, हम सब तुम्हारे साथ हैं।’ आकाश ने खुशी जताई कि उन्होंने जो रणनीति बनाई, वह कारगर रही। हालांकि, वह लॉर्ड्स क्रिकेट ग्राउंड पर खेलने के बारे में नहीं सोचना चाहते, जहां अगला टेस्ट खेला जाएगा, क्योंकि वह अभी अपने मैच जीतने वाले प्रदर्शन का आनंद लेना चाहते हैं।
दिग्गज होल्डिंग की बराबरी की
आकाशदीप ने एजबेस्टन टेस्ट के पांचवें दिन भारत की जीत के दौरान महान कैरेबियाई गेंदबाज माइकल होल्डिंग के ऐतिहासिक रिकॉर्ड की भी बराबरी की। दरअसल, उन्होंने दूसरी पारी में इंग्लैंड के बल्लेबाजी क्रम के शीर्ष 5 बल्लेबाजों को बिना किसी फील्डर की मदद के आउट किया। यानी इसमें कैचिंग की कोई भूमिका नहीं रही। इनमें से तीन बल्लेबाजों को उन्होंने क्लीन बोल्ड किया और एक को एलबीडब्लू आउट किया। पिछले पांच दशकों में ऐसा कारनामा कभी नहीं हुआ। इससे पहले सिर्फ़ माइकल होल्डिंग ने 1976 में यह कारनामा किया था।