टेक न्यूज़ डेस्क,अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा सत्ता संभालते ही पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन द्वारा स्वीकृत किए गए परियोजनाओं की जांच की जा रही है। इसी बीच बाइडेन की बेहद महत्वाकांतक्षी Stargate प्रोजेक्ट की फंडिंग को लेकर टेस्ला सीईओ एलन मस्क ने पिछले दिनों में सवाल उठाए थे। एलन मस्क के सवाल पर दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट के सीईओ सत्य नडेला का जवाब आ गया है। नडेला ने हाल ही में एक निजी चैनल को दिए इंटरव्यू में मस्क की चिताओं पर अपना पक्ष रखा है।
क्या है Stargate AI प्रोजेक्ट?
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन सरकार ने देश में AI इंफ्रास्ट्रक्चर को बढ़ावा देने के लिए यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को स्वीकृति दी थी। इस प्रोजेक्ट में OpenAI, Oracle, Microsoft और सॉफ्टबैंक सीधे तौर पर जुड़े हुए हैं। इस प्रोजेक्ट में 500 अरल डॉलर यानी लगभग 43 करोड़ रुपये की फंडिंग की जाएगी। अगले 4 साल में इस प्रोजेक्ट की वजह से 1 लाख नौकरियां पैदा होने की संभावना है।टेस्ला CEO ने इस प्रोजेक्ट पर सवाल उठाते हुए कहा कि इन कंपनियों के पास इतने पैसे ही नहीं हैं। मस्क ने इस प्रोजेक्ट के फाइनेंशियल फाउंडेशन पर भी सवाल उठाएं हैं। हालांकि, CNBC को दिए अपने इंटरव्यू में माइक्रोसॉफ्ट के CEO सत्य नडेला ने साफ किया है कि मैं जानता हूं कि मैं अपने 80 अरब डॉलर के लिए अच्छा हूं। मस्क का कहना है कि इस प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाने के लिए इन कंपनियों के पास फंड की कमी है। यहां तक की सॉफ्टबैंक भी अभी तक केवल 10 अरब डॉलर से भी कम पैसे जुटा पाया है।
सैम ऑल्टमैन ने भी दी प्रतिक्रिया
मस्क के आरोपों पर OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन ने भी पलटवार किया है। सैम ने कहा कि मस्क का दावा पूरी तरह से गलत है। साथ ही मस्क को सुझाव देते हुए उन्होंने कहा कि मुझे पता है कि जो देश के लिए अच्छा है वो आपकी कंपनियों के लिए बेहतर नहीं हो सकता है। मुझे उम्मीद है कि आप अपनी नई भूमिका में अमेरिका को पहले रखेंगे। नडेला ने अपने इंटरव्यू में यह भी कहा है कि ये पैसे सिर्फ AI का हाइप बनाने के लिए नहीं है, बल्कि इसका असली काम दुनिया में कुछ काम की लायक चीजों को तैयार करना है।
DeepSeek ने बढ़ाई टेंशन
वहीं, दूसरी तरफ चीनी AI मॉडल DeepSeek ने अमेरिकी सिलकॉन वैली में हलचल पैदा कर दी है। चीनी एआई मॉडल अमेरिकी दिग्गज टेक कंपनियों के मुकाबले सस्ता और आसान है। इसे तैयार करने में स्टार्ट अप कंपनी को महज दो महीने का ही समय लगा है। वहीं, OpenAI, Microsoft, Google जैसी कंपनियों ने अपने एआई मॉडल के लिए 6 साल से ज्यादा समय के साथ-साथ अरबों डॉलर खर्च किए हैं।