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आखिर वैज्ञानिक क्यों कर रहे राजस्थान के Thar Desert के गायब होने की भविष्यवाणी ? इस वायरल वीडियो में जानिए दावे की पूरी सच्चाई

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ट्रेवल न्यूज़ डेस्क, राजस्‍थान में भारत-पाकिस्‍तान सीमा पर ऐसी जगह भी है, जो रेत का समंदर है। मीलों दूर-दूर तक सिर्फ रेत ही रेत है। यह मरुस्‍थल राजस्‍थान ही नहीं बल्कि गुजरात सीमा को पार करते हुए पाकिस्‍तान तक फैला हुआ है।राजस्‍थान के थार रेगिस्‍तान को लेकर इन दिनों अर्थ्स फ्यूचर जर्नल में साल 2023 में प्रकाशित अध्‍ययन चर्चा में है। उसमें दावा किया जा रहा है कि आगामी 100 साल में थार डेजर्ट का नामों-निशान मिट जाएगा। यहां रेत की जगह हरे-भरे पेड़-पौधे ले लेंगे।मीडिया रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका की हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के नेतृत्व में हुई इस रिसर्च के बाद वैज्ञानिकों ने कहा कि अगर ऐसा ही चलता रहा तो इन क्षेत्रों में हवाएं उसी तरह से बहने की संभावना है जैसे वे प्री-वार्मिंग से पहले चलती थीं। ऐसा हुआ तो सदी के अंत से पहले थार रेगिस्‍तान गायब हो जाएगा।

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क्‍या है थार डेजर्ट?

थार मरुस्थल का लगभग 90% हिस्सा राजस्थान में है, जबकि शेष हिस्‍सा पाकिस्‍तान में है।
पूरे विश्व में पाए जाने वाले बड़े मरुस्थल की लिस्ट में थार 9वें स्थान पर है। यह भारत में सबसे बड़ा और गर्म मरुस्थल माना जाता है।
थार मरुस्‍थल करीब 2 लाख 80 हजार वर्ग किलोमीटर क्षेत्रफल में फैला हुआ है।
थार मरुस्‍थल में सबसे गर्मी पड़ती है। बारिश नाम मात्र की होती है। आबादी अन्‍य क्षेत्रों की तुलना काफी है। गांव-ढाणियों की बीच भी मीलों की दूरी है।
राजस्थान में थार मरुस्‍थल चूरू, हनुमानगढ़, बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर, बाड़मेर जिले में फैला हुआ है।

प्राचीन समय में थार रेगिस्तान भी एक उपजाऊ भूमि थी, लेकिन परंतु समय के साथ और पानी की कमी होने की वजह से यह भूमि थार मरुस्थल में बदल गई थी।
एक शोध के मुताबिक, अगर पूरे थार रेगिस्तान को सोलर पैनलों कि चादर से ढक दिया जाए, तो पूरे भारत की बिजली की आपूर्ति एक साथ की जा सकती है।
थार डेजर्ट की रेत जल्‍दी गर्म और ठंडी हो जाती है। इसलिए गर्मियों में थार मरुस्‍थल की रेत उबलती है। यहां अधिकतम तापमान 52 डिग्री सेल्शियस और सर्दियों में पारा शून्‍य से नीचे चला जाता है।मरुस्थल की तेज गर्म हवाएं चलती हैं, जिन्हें “लू” कहते हैं। तेज आंधी भी चलती है, जो रेत के टीलों को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाती हैं और टीलों को नई आकृतियां प्रदान करती हैं।

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