क्रिकेट न्यूज डेस्क।। 22 अप्रैल को पाकिस्तानी आतंकवादियों ने पहलगाम घूमने गए 26 निर्दोष लोगों की हत्या कर दी थी। लोगों से उनका धर्म पूछने पर उन्हें गोली मार दी गयी। जब पाकिस्तान पर यह आरोप लगा तो टीम के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने सबूत मांगने शुरू कर दिए। इसके साथ ही उन्होंने भारतीय सेना को लेकर भी बेतुका बयान दिया। इसके बाद जब भारत ने आतंकी ठिकानों पर हमला किया तो पाकिस्तानी सेना ने नागरिकों को निशाना बनाया।
शाहिद अफरीदी का सम्मान
अब शाहिद अफरीदी को पाकिस्तान में सम्मानित किया गया है। भारत से युद्ध हारने के बाद पाकिस्तान में खूब जश्न मनाया जा रहा है। इस बीच शाहिद अफरीदी देश के प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ से मिलने पहुंचे। प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने पाकिस्तान-भारत युद्ध में योगदान के लिए शाहिद अफरीदी को शील्ड से सम्मानित किया। इस बैठक में संघीय सूचना मंत्री अत्ताउल्लाह तरार भी उपस्थित थे।
पाकिस्तान में भी विजय रैली निकाली गई
भारत से हार का सामना करने के बावजूद पाकिस्तान में विजय जुलूस निकाला गया। शाहिद अफरीदी ने भी इसमें भाग लिया। प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ ने अफरीदी के समर्थन की सराहना की तथा देश के सशस्त्र बलों में अटूट विश्वास व्यक्त करने में जनता के साथ शामिल होने के लिए क्रिकेटर की प्रशंसा की। प्रधानमंत्री ने सरकार द्वारा घोषित यौम-ए-ताशकुर रैली में भाग लेने के लिए भी उनका धन्यवाद किया, जिसमें देश भर से हजारों समर्थक शामिल हुए थे।
पाकिस्तान एक भी सबूत पेश नहीं कर सका।
जब भारत ने आतंकवादियों पर हमला किया तो पाकिस्तान घबरा गया। सीमावर्ती राज्यों पर ड्रोन से हमले होने लगे। भारत ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। कई पाकिस्तानी एयरबेस नष्ट कर दिये गये। जब पाकिस्तान के पास कोई विकल्प नहीं बचा तो उसने भारत के डीजीएमओ से बात की और युद्धविराम का अनुरोध किया। भारत इस पर सहमत हो गया। इसके बाद भारत ने पाकिस्तान को हमले की कई तस्वीरें और वीडियो साझा किए। पाकिस्तान भी भारत को नुकसान पहुंचाने की बात करता रहा, लेकिन एक भी सबूत नहीं दे सका।