क्रिकेट न्यूज डेस्क।। भारत के अनुभवी बल्लेबाज़ रोहित शर्मा ने मई में इंग्लैंड दौरे से पहले टेस्ट क्रिकेट से संन्यास ले लिया था। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट ऑस्ट्रेलिया में खेली गई बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में खेला था। उस सीरीज़ में रोहित का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था। रोहित शर्मा ने उस दौरे में कुल 3 टेस्ट मैचों में सिर्फ़ 31 रन बनाए थे। अपनी खराब फॉर्म के चलते उन्होंने सिडनी टेस्ट (आखिरी और पाँचवाँ टेस्ट) से दूर रहने का फैसला किया था। सिडनी टेस्ट के दूसरे दिन पूर्व भारतीय खिलाड़ी इरफ़ान पठान ने रोहित शर्मा का इंटरव्यू लिया था। अब उन्होंने उस इंटरव्यू को लेकर एक बड़ा खुलासा किया है।
रोहित शर्मा के इंटरव्यू के बारे में इरफ़ान पठान ने क्या कहा
इरफ़ान पठान ने खुलासा किया कि ब्रॉडकास्टर्स को रोहित शर्मा का समर्थन करना पड़ा। टेस्ट फॉर्मेट में उनकी खराब फॉर्म के बावजूद। पठान ने यह भी माना कि अगर रोहित कप्तान नहीं होते, तो उन्हें प्लेइंग 11 से बाहर कर दिया जाता। लल्लनटॉप पर इरफ़ान पठान ने कहा, ‘रोहित शर्मा सफ़ेद गेंद वाले क्रिकेट में एक बेहतरीन खिलाड़ी हैं। लेकिन उस साल (2024) टेस्ट क्रिकेट में उनका औसत 6 था, इसलिए हमने कहा कि अगर वह कप्तान नहीं होते, तो उन्हें प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिलती और यह सच है।’
उन्होंने आगे कहा, ‘लोग कह रहे थे कि हमने ज़रूरत से ज़्यादा रोहित शर्मा का समर्थन किया। जब कोई आपके प्रसारण चैनल पर इंटरव्यू देने आता है, तो आप उसके साथ दुर्व्यवहार नहीं कर सकते। आपने उन्हें आमंत्रित किया है, इसलिए आप विनम्रता से पेश आते हैं। जब रोहित इंटरव्यू के लिए आए, तो हम विनम्र थे और हमें यह दिखाना ही था क्योंकि वह हमारे मेहमान थे। तो यह बात थी कि लोग कह रहे थे कि हम उनका समर्थन कर रहे हैं। लेकिन, हम ही थे जिन्होंने कहा कि उन्हें लड़ना चाहिए और अगर वह कप्तान नहीं होते, तो उन्हें प्लेइंग 11 में जगह नहीं मिलती, उन्हें बाहर कर दिया जाता।’
इरफ़ान पठान आईपीएल 2025 में कमेंट्री नहीं कर पाए
भारतीय टीम के पूर्व ऑलराउंडर इरफ़ान पठान लंबे समय से कमेंट्री कर रहे थे। लेकिन, आईपीएल 2025 में उनका नाम कमेंट्री पैनल में नहीं था। यह देखकर सभी हैरान रह गए। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इरफान पठान को आईपीएल के कमेंट्री पैनल में इसलिए शामिल नहीं किया गया क्योंकि उन्होंने कुछ खिलाड़ियों की आलोचना की थी। रोहित शर्मा का नाम भी उन खिलाड़ियों में शामिल था। अब जब इसी इंटरव्यू में उनसे पूछा गया कि किसकी आलोचना के कारण उन्हें कमेंट्री पैनल से हटाया गया, तो उन्होंने कहा कि कमेंट्री का काम अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी की तारीफ करना और जो ऐसा नहीं कर पाता, उसकी आलोचना करना है।