आम आदमी पार्टी ने अरविंद केजरीवाल पर हमले को लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की। आप पार्टी का आरोप है कि प्रचार के दौरान केजरीवाल पर कई बार हमला हुआ। अरविंद केजरीवाल पर हुए हमले को लेकर मुख्यमंत्री आतिशी ने कहा कि इस समय दिल्ली में बड़ी साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि यह साजिश केजरीवाल की हत्या के लिए रची जा रही है। इस साजिश में दो खिलाड़ी हैं, एक भाजपा का कार्यकर्ता है और दूसरा दिल्ली पुलिस है जो भारतीय जनता पार्टी के अंतर्गत आती है, दोनों शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि 23 अक्टूबर को दिल्ली पुलिस की नाक के नीचे हमला हुआ, जांच में पता चला कि हमलावर भाजपा कार्यकर्ता था, जिसके बाद दिल्ली पुलिस और भाजपा के बीच मिलीभगत सामने आई। यह हमला 30 नवंबर को मालवीय नगर में हुआ था। फिर नई दिल्ली में हमला हुआ। जब हमने जांच की तो पता चला कि सभी हमलावर भाजपा कार्यकर्ता थे। आतिशी ने मीडिया को बताया कि हरिनगर में भाजपा कार्यकर्ता उनकी कार तक पहुंच गए।
क्या किसी जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति पर हमला हुआ है?
आतिशी ने कहा कि क्या इस देश के इतिहास में कोई जेड प्लस सुरक्षा प्राप्त व्यक्ति ऐसा हुआ है जिसकी कार पर हमला हुआ हो? आश्चर्य की बात तो यह है कि पुलिस हमलावरों को रोकती तक नहीं है। दिल्ली में ऐसा इसलिए हो रहा है क्योंकि केजरीवाल को सुरक्षा देने के लिए जिम्मेदार दिल्ली पुलिस अमित शाह के नेतृत्व में काम करती है।
बार-बार भाजपा पुलिस और मशीनरी की मदद से केजरीवाल को मारने की कोशिश करती है। इसीलिए पंजाब पुलिस उन्हें सुरक्षा मुहैया करा रही थी। आतिशी ने कहा कि केजरीवाल पर भाजपा द्वारा इस्तेमाल किए गए पत्थर और लाठियां आप के वोट बढ़ाती हैं। मैंने चुनाव आयोग को लिखा है कि अरविंद केजरीवाल पर हुए हमले की जांच होनी चाहिए।
केजरीवाल पर तरल पदार्थ फेंका गया
भगवंत मान ने कहा कि केजरीवाल जब भी किसी जनसभा में जाते हैं तो कभी उन पर तरल पदार्थ फेंका जाता है तो कभी उन पर पत्थर फेंके जाते हैं। अगर हम हमलावरों के नाम बताते हैं तो उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जाती। पंजाब पुलिस ने दिल्ली पुलिस को पत्र लिखकर बताया था कि केजरीवाल पर हमला हो सकता है, फिर भी पंजाब पुलिस की सुरक्षा हटाने के आदेश दिए गए।
अब जब योगी और अन्य मुख्यमंत्री यहां आ चुके हैं तो उन्हें अपनी सुरक्षा के साथ-साथ दिल्ली पुलिस और अन्य बलों की सुरक्षा भी मिल रही है। ऐसा कहा जाता है कि जब कोई पहलवान हार जाता है तो वह कभी-कभी दूसरे के बाल खींचता है और काटता है। भाजपा ने भी इसी तरह की घटिया हरकतें की हैं।
ममता ने वहां के चुनावों में भी केंद्रीय पार्टी पर भरोसा नहीं जताया। इसके बाद उन्होंने पंजाब पुलिस से बल मांगा। हमने निष्पक्ष चुनाव के लिए पांच हजार पुलिसकर्मी भेजे। अधिकारियों को रिश्वत दी जा रही है। हमने चुनाव आयोग को पत्र लिखा है। हमें चुनाव लड़ने के लिए निष्पक्ष मैदान की आवश्यकता है। पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि 15 तारीख को अरविंद केजरीवाल को मिली धमकी को पंजाब पुलिस ने दिल्ली पुलिस के साथ साझा किया था।
एक-दो दिन तक तो सुरक्षा ठीक रही, लेकिन जैसे ही ऊपर से आदेश आया, सुरक्षा में ढील दे दी गई। क्या पंजाबी देश की सुरक्षा के लिए खतरा हैं? क्या गाड़ियों पर गुंडे बैठे हैं? पंजाब से आने वाली गाड़ियां हमारे विधायकों को लेकर आती हैं जो प्रचार के लिए आते हैं।