महज 14 साल की उम्र में भारत के स्टार बल्लेबाज वैभव सूर्यवंशी पूरी दुनिया में अपना जलवा बिखेर रहे हैं। फिलहाल, वह इंग्लैंड दौरे पर यूथ सीरीज के लिए भारतीय अंडर-19 टीम का हिस्सा हैं, लेकिन उनकी फैन फॉलोइंग लगातार बढ़ रही है। इस बल्लेबाज ने इंग्लैंड अंडर-19 टीम के खिलाफ पांच मैचों की वनडे सीरीज में कई रिकॉर्ड तोड़े। आईपीएल 2025 में अपने डेब्यू सीजन में इस बल्लेबाज ने सबसे तेज शतक (भारतीय) लगाकर भी सुर्खियां बटोरीं। हालांकि, अब वह भारत ही नहीं, बल्कि भारत में भी ग्लोबल स्टार बन चुके हैं और इसका सबूत यह है कि इंग्लैंड दौरे पर दो फैन गर्ल्स उनसे मिलने के लिए छह घंटे का सफर कार से तय करके आईं। आईपीएल में वैभव की फ्रेंचाइजी राजस्थान रॉयल्स ने इसकी एक तस्वीर शेयर की है।
छह घंटे की ड्राइव के बाद वॉर्सेस्टर पहुंची
राजस्थान रॉयल्स के एक ट्वीट के मुताबिक, अन्या और रीवा नाम की ये दो लड़कियां वैभव की एक झलक पाने और उनके साथ तस्वीर खिंचवाने के लिए छह घंटे तक गाड़ी चलाकर वॉर्सेस्टर पहुंचीं। दोनों लड़कियों ने राजस्थान रॉयल्स की जर्सी पहनी हुई थी। राजस्थान ने अपनी एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा, “यह इस बात का सबूत है कि हमारे प्रशंसक सर्वश्रेष्ठ हैं।” राजस्थान ने लिखा कि यह दिन दोनों लड़कियों के लिए यादगार रहा।
भारत ने इंग्लैंड को 3-2 से हराया
भारतीय अंडर-19 टीम ने इंग्लैंड अंडर-19 टीम को हराकर पाँच मैचों की युवा वनडे सीरीज़ 3-2 से जीत ली। युवा वनडे सीरीज़ में रन बनाने से लेकर विकेट लेने तक, भारतीयों का दबदबा रहा। वैभव सूर्यवंशी ने सबसे ज़्यादा रन बनाए, जबकि कनिष्क चौहान ने सबसे ज़्यादा विकेट लिए। वैभव ने इस सीरीज़ में कई तूफानी पारियाँ खेलीं। उन्होंने सभी पाँच मैचों में हिस्सा लिया और पाँच पारियों में 71.00 की औसत और 174.02 के स्ट्राइक रेट से 355 रन बनाए। इसमें एक शतक और एक अर्धशतक शामिल था।
इंग्लैंड के खिलाफ पाँच मैचों में वैभव का प्रदर्शन
वैभव ने पहले वनडे में 19 गेंदों में तीन चौकों और पाँच छक्कों की मदद से 48 रनों की पारी खेली। भारत ने यह मैच छह विकेट से जीता।
दूसरे वनडे में वैभव ने 34 गेंदों पर पाँच चौकों और तीन छक्कों की मदद से 45 रन बनाए। इंग्लैंड ने दूसरा वनडे एक विकेट से जीता।
तीसरे वनडे में वैभव ने 31 गेंदों पर छह चौकों और नौ छक्कों की मदद से 86 रन बनाए। भारत ने यह मैच चार विकेट से जीता।
चौथे वनडे में वैभव ने 78 गेंदों पर 13 चौकों और 10 छक्कों की मदद से 143 रन बनाए। यह मैच 55 रनों से जीतकर भारत ने सीरीज़ में 3-1 की अजेय बढ़त बना ली।
पाँचवें वनडे में वैभव ने 42 गेंदों पर तीन चौकों और दो छक्कों की मदद से 33 रन बनाए। इस सीरीज़ में यह पहली बार था जब उनका स्ट्राइक रेट 100 से कम रहा। भारत आखिरी वनडे सात विकेट से हार गया।