बिज़नेस न्यूज़ डेस्क –जून 2025 को समाप्त होने वाले चालू फसल वर्ष में फसल वर्ष 2024-25 में प्याज का उत्पादन 19 फीसदी बढ़कर 288.77 लाख टन होने का अनुमान है। पिछले साल प्याज का उत्पादन 242.67 लाख टन हुआ था। फसल वर्ष जुलाई से जून तक चलता है। प्याज का बंपर उत्पादन किसानों की परेशानी बढ़ा सकता है क्योंकि इससे भंडारण की समस्या पैदा होगी। किसानों के पास प्याज भंडारण के लिए भंडारण की सुविधा होना बेहद जरूरी है। किसानों की इस समस्या को देखते हुए बिहार सरकार प्याज भंडारण गृह बनाने के लिए किसानों को सब्सिडी दे रही है।
इन जिलों के किसान उठा सकते हैं लाभ
बिहार के 23 जिलों के किसान प्याज भंडारण गृह का लाभ उठा सकते हैं। इनमें भोजपुर, बक्सर, जहानाबाद, कैमूर, लखीसराय, नवादा, सारण, शेखपुरा, सीवान, औरंगाबाद, बांका, बेगूसराय, भागलपुर, गया, खगड़िया, मधुबनी, मुंगेर, नालंदा, पटना, पूर्णिया, रोहतास, समस्तीपुर और वैशाली शामिल हैं।
कितनी मिलेगी सब्सिडी
प्याज भंडारण गृह निर्माण के लिए 50 मीट्रिक क्षमता के प्याज भंडारण संरचना के मॉडल की अनुमानित लागत 6 लाख रुपये निर्धारित की गई है। इस पर किसानों को लागत का 75% यानी 4 लाख 50 हजार रुपये सब्सिडी दी जा रही है। ऐसे में किसान अपनी जेब से मात्र 25% राशि खर्च करके प्याज भंडारण गृह यानी प्याज गोदाम बना सकते हैं।
15 दिनों के अंदर शुरू करना होगा काम
आदेश जारी होने के 15 दिनों के अंदर निर्माण कार्य की प्रक्रिया शुरू करना अनिवार्य होगा। अन्यथा आपका कार्य आदेश रद्द किया जा सकता है। प्याज भंडारण संरचना का स्वीकृत मॉडल प्राक्कलन और संरचना मानचित्र (भूमि संरक्षण निदेशालय द्वारा) और मॉडल प्राक्कलन और संरचना मानचित्र (बी.ए.यू., सबौर द्वारा) दिए गए लिंक पर उपलब्ध है, जिसे आसानी से डाउनलोड किया जा सकता है।
यहां करें आवेदन
प्याज भंडारण योजना के तहत आधुनिक भंडारण संरचना स्थापित करें और अपनी उपज को लंबे समय तक संग्रहीत करें। अभी करें आवेदन https://horticulture.bihar.gov.in.