पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले के बाद से पाकिस्तान और भारत के बीच स्थिति गंभीर हो गई है। भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई कड़े कदम उठाए हैं। दूसरी ओर, पाकिस्तान ने भी भारत के खिलाफ कई फैसले लिए हैं। इन दोनों देशों के बीच के हालात को देखते हुए सवाल उठने लगे हैं कि अगर भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ता है तो दोनों देशों की अर्थव्यवस्थाओं पर क्या असर पड़ेगा। इसके साथ ही दोनों देशों के स्वर्ण भंडार पर भी चर्चा शुरू हो गई है। आइए आज हम आपको इस खबर में बताते हैं कि भारत के मुकाबले पाकिस्तान के पास कितना स्वर्ण भंडार है।
पाकिस्तान के पास कितना स्वर्ण भंडार है?
विश्व स्वर्ण परिषद की रिपोर्ट के अनुसार, दिसंबर 2024 तक पाकिस्तान के पास 64.7 टन सोना आरक्षित है। इसकी कीमत का अनुमान लगाएं तो यह करीब 5.43 अरब डॉलर है।
अगर आपको लगता है कि पाकिस्तान के पास जो सोना है वह बहुत ज्यादा है तो जरा रुकिए। वास्तव में, भारतीय परिवारों के पास सोने की मात्रा इससे कहीं अधिक है।
रिजर्व बैंक के आंकड़ों के अनुसार अकेले भारतीय परिवारों के पास जो सोना पड़ा है, वह 25 से 27 हजार टन के बराबर है। खास बात यह है कि यह भारत के आधिकारिक स्वर्ण भंडार से अलग है। यानी अगर सिर्फ भारतीय परिवारों के सोने को अलग रख दिया जाए तो वह सोना पाकिस्तान सरकार के पास मौजूद कुल सोने से हजारों गुना ज्यादा होगा।
भारत के पास कितना स्वर्ण भंडार है?
विश्व स्वर्ण परिषद की रिपोर्ट के अनुसार भारत के पास 876 टन सोना है, जो राष्ट्रीय भंडार में शामिल है। वहीं, अगर सबसे ज्यादा सोने के भंडार वाले देशों की बात करें तो अमेरिका सबसे आगे है। दिसंबर 2024 तक, अमेरिका के पास 8,134 टन सोना था, जो दुनिया में सबसे अधिक था। इसके बाद जर्मनी और फिर चीन का नंबर आता है।