बॉलीवुड के सबसे बेहतरीन डांसर्स में से एक ऋतिक रोशन जब भी स्क्रीन पर आते हैं, तो उनके डांस मूव्स दर्शकों को बांध लेते हैं। साल 2006 की सुपरहिट फिल्म धूम 2 के टाइटल ट्रैक में ऋतिक का डांस आज भी यूट्यूब और सोशल मीडिया पर छाया रहता है। लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि इसी गाने में बैकग्राउंड में डांस करने वाला एक युवा लड़का, आगे चलकर खुद एक स्टार बना – और फिर रहस्यमय हालात में इस दुनिया को अलविदा कह गया। वो लड़का था सुशांत सिंह राजपूत, जिसने एक्टिंग की दुनिया में बेमिसाल छाप छोड़ी।
बैकग्राउंड डांसर से टीवी तक का सफर
सुशांत का फिल्म इंडस्ट्री में प्रवेश एक संघर्ष से भरा हुआ सफर था। उन्होंने शुरुआत श्यामक डावर के डांस ग्रुप से की और बैकग्राउंड डांसर के तौर पर कई स्टेज शो और फिल्मों में नजर आए। धूम 2 के अलावा वह कई अवॉर्ड शोज में ऐश्वर्या राय और ऋतिक रोशन जैसे सितारों के पीछे डांस करते दिखे। उनकी असली पहचान बनी ज़ी टीवी के शो पवित्र रिश्ता से, जिसमें उन्होंने ‘मानव’ का किरदार निभाया और घर-घर में लोकप्रिय हो गए। यह शो सुशांत के करियर का पहला बड़ा टर्निंग पॉइंट था, जिसने उन्हें फिल्मों की ओर मोड़ दिया।
फिल्मों में चमकता करियर और बेहतरीन अभिनय
साल 2013 में काई पो चे! से सुशांत ने बॉलीवुड में कदम रखा। अपनी पहली ही फिल्म से उन्होंने अभिनय प्रतिभा का जो परिचय दिया, वो किसी स्थापित अभिनेता से कम नहीं था। इसके बाद शुद्ध देसी रोमांस, पीके, केदारनाथ, सोनचिड़िया जैसी फिल्मों में उनकी विविधता और गंभीरता ने आलोचकों को भी प्रभावित किया। लेकिन 2016 में आई एमएस धोनी: द अनटोल्ड स्टोरी ने सुशांत को सुपरस्टार बना दिया। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी की जिंदगी पर आधारित इस फिल्म में सुशांत ने इस कदर परफॉर्म किया कि दर्शकों को धोनी और सुशांत में फर्क करना मुश्किल हो गया। उनकी मेहनत और समर्पण की मिसाल बन गई यह फिल्म।
14 जून 2020 – वो दिन जब सन्नाटा छा गया
आज 14 जून है – वही दिन जब 2020 में अचानक खबर आई कि सुशांत सिंह राजपूत अब इस दुनिया में नहीं रहे। वह अपने बांद्रा स्थित फ्लैट में मृत पाए गए। इस खबर ने न सिर्फ फिल्म इंडस्ट्री, बल्कि पूरे देश को झकझोर दिया। उनकी मौत को आत्महत्या बताया गया, लेकिन इसके पीछे के कारण आज भी विवादों में हैं। सोशल मीडिया पर सुशांत के फैंस ने #JusticeForSushant हैशटैग से आंदोलन शुरू किया, जिसने देशभर में नेपोटिज्म, इंडस्ट्री में ‘आउटसाइडर्स’ के संघर्ष, और मानसिक स्वास्थ्य जैसे अहम मुद्दों को मुख्यधारा में ला दिया।
‘दिल बेचारा’ – एक भावुक विदाई
सुशांत की आखिरी फिल्म दिल बेचारा उनकी मौत के बाद डिज्नी+हॉटस्टार पर रिलीज हुई। यह फिल्म जॉन ग्रीन की नॉवेल ‘The Fault in Our Stars’ का हिंदी रूपांतरण थी। सुशांत के फैंस के लिए यह फिल्म केवल एक कहानी नहीं, बल्कि उन्हें अलविदा कहने का एक भावनात्मक जरिया बन गई। फिल्म ने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए और आज भी दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाए हुए है।
एक अधूरी उड़ान, जिसकी मिसाल हमेशा जिंदा रहेगी
सुशांत सिंह राजपूत की जिंदगी हमें यह सिखाती है कि कड़ी मेहनत, जुनून और टैलेंट से कोई भी सितारा बन सकता है, चाहे शुरुआत कितनी भी साधारण क्यों न हो। लेकिन साथ ही यह भी याद दिलाती है कि मानसिक स्वास्थ्य की देखभाल उतनी ही जरूरी है जितनी कि करियर की सफलता। उनका जाना एक अपूरणीय क्षति है, लेकिन उनकी प्रेरणादायक कहानी आज भी लाखों युवाओं को सपने देखने और उन्हें पूरा करने की हिम्मत देती है।