क्रिकेट न्यूज डेस्क।। भारतीय टीम के कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया है। मैदान पर उन्हें वह विदाई नहीं मिली जिसके वह हकदार थे, लेकिन दिल्ली कैपिटल्स के पूर्व दिग्गज को मैदान पर विदाई मिलने वाली है। अनुभवी श्रीलंकाई खिलाड़ी एंजेलो मैथ्यूज ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने का फैसला किया है। 37 वर्षीय मैथ्यूज जून में गॉल इंटरनेशनल स्टेडियम में बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट मैच के बाद इस प्रारूप से संन्यास ले लेंगे। उन्होंने आज एक बयान जारी कर यह जानकारी दी।
मैथ्यूज ने 2009 में गॉल में पाकिस्तान के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया था। 16 साल के करियर में वह कुमार संगकारा और महेला जयवर्धने के बाद श्रीलंका के तीसरे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले खिलाड़ी बन गए हैं। अब वह केवल सफेद गेंद वाले क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित करेंगे। एंजेलो मैथ्यूज ने 118 टेस्ट मैचों में 44.62 की औसत से 8,167 रन बनाए हैं। जिसमें 16 शतक और 45 अर्धशतक शामिल हैं। उन्होंने 2020 में हरारे स्पोर्ट्स क्लब में जिम्बाब्वे के खिलाफ नाबाद 200 रनों की अपनी सर्वश्रेष्ठ पारी खेली।
मैथ्यूज ने सोशल मीडिया पर लिखा- भारी मन और अविस्मरणीय यादों के साथ, अंतरराष्ट्रीय टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहने का समय आ गया है! यह खेल का मेरा पसंदीदा प्रारूप है। पिछले 17 वर्षों से श्रीलंका के लिए क्रिकेट खेलना मेरे लिए सबसे बड़ा सम्मान और गौरव की बात है। उन्होंने आगे कहा- जब कोई व्यक्ति राष्ट्रीय जर्सी पहनता है तो देशभक्ति और सेवा की भावना से बड़ी कोई चीज नहीं होती। मैंने अपना सबकुछ क्रिकेट को दिया है और बदले में क्रिकेट ने मुझे सबकुछ दिया है और मुझे वह व्यक्ति बनाया है जो मैं आज हूं। आपको बता दें कि मैथ्यूज आईपीएल में दिल्ली कैपिटल्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेल चुके हैं।
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मैथ्यूज ने यह भी स्पष्ट कर दिया है कि वह सीमित ओवरों की क्रिकेट (वनडे और टी-20) खेलना जारी रखेंगे। उन्होंने अपना पहला वनडे मैच 2008 में जिम्बाब्वे के खिलाफ हरारे में खेला था। मैथ्यूज ने कहा, “मैं खेल और श्रीलंकाई क्रिकेट के हजारों प्रशंसकों का आभारी हूं, जो मेरे पूरे करियर के दौरान अच्छे और बुरे समय में मेरे साथ खड़े रहे।” जून में बांग्लादेश के खिलाफ पहला टेस्ट मेरे देश के लिए मेरा आखिरी लाल गेंद वाला मैच होगा।
उन्होंने आगे कहा- मैं टेस्ट प्रारूप को अलविदा कह रहा हूं, जैसा कि चयनकर्ताओं के साथ चर्चा हुई है, अगर मेरे देश को मेरी जरूरत होगी तो मैं सफेद गेंद प्रारूप के लिए चयन के लिए उपलब्ध रहूंगा। मेरा मानना है कि यह टेस्ट टीम एक प्रतिभाशाली टीम है जिसमें भविष्य और वर्तमान के कई महान खिलाड़ी खेल रहे हैं। इसका मतलब है कि वह अभी भी श्रीलंका के लिए वनडे और टी20 मैच खेल सकते हैं। मैथ्यूज ने 226 वनडे मैचों में 5916 रन और 90 टी20 मैचों में 1416 रन बनाए हैं। उन्होंने एकदिवसीय मैचों में तीन शतक और 46 अर्धशतक भी बनाए हैं।