बिज़नेस न्यूज़ डेस्क – 6 फरवरी का दिन टेक दिग्गज कंपनी गूगल के लिए ‘ब्लैक थर्सडे’ साबित हुआ। कंपनी के शेयरों में इतनी गिरावट आई कि इसकी मार्केट वैल्यू 200 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा गिर गई। गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट ने हाल ही में अपनी कमाई के आंकड़े जारी किए हैं। कंपनी के नतीजे वॉल स्ट्रीट की उम्मीदों से बेहतर रहे हैं, लेकिन इसके रेवेन्यू में कुछ कमी आई है। हालांकि, कंपनी के शेयरों में आई सुनामी की वजह कुछ और ही है।
सबसे बड़ी गिरावट
गूगल की पैरेंट कंपनी अल्फाबेट के शेयर में कल बाजार खुलते ही 8% की बड़ी गिरावट आई। इस दौरान अमेरिका के प्रमुख इंडेक्स नैस्डैक पर लिस्टेड दूसरी कंपनियों में भी गिरावट आई, लेकिन अल्फाबेट की गिरावट सबसे बड़ी रही। इस बड़ी गिरावट ने गूगल की पैरेंट कंपनी की मार्केट वैल्यू को 211 बिलियन डॉलर तक गिरा दिया, जो कि अक्टूबर 2023 के बाद से कंपनी का सबसे बड़ा घाटा है। इतना ही नहीं, इस गिरावट को एक दिन में कंपनी की मार्केट वैल्यू में सबसे बड़ी गिरावट भी बताया जा रहा है। हालांकि, आज कंपनी के शेयर 193.31 डॉलर की बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं।
निवेशक चिंतित
Google को हुए इस बड़े नुकसान की वजह कंपनी की एक घोषणा थी। दरअसल, कंपनी ने रेवेन्यू ग्रोथ में कमी के बावजूद आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) पहल पर खर्च में पर्याप्त वृद्धि की घोषणा की है। कंपनी की इस घोषणा से निवेशक चिंतित हैं। बड़ी अमेरिकी कंपनियां इस समय AI पर सबसे ज्यादा फोकस कर रही हैं। ऐसे में उनके बीच प्रतिस्पर्धा भी बढ़ने की संभावना है, इसलिए निवेशक लाभ-हानि को लेकर चिंतित हैं।
चीन ने मचाई हलचल
अमेरिकी कंपनियां पहले से ही AI पर काम कर रही हैं, लेकिन चीनी स्टार्टअप डीपसीक ने उनसे कम लागत में एक शक्तिशाली AI मॉडल विकसित करके सबको चौंका दिया है। ऐसे में Google जैसी टेक कंपनियों में निवेश करने वाले कंपनी के आर्थिक भविष्य को लेकर कुछ हद तक आशंकित हो गए हैं। यही वजह है कि जब Google ने AI पर निवेश बढ़ाने की घोषणा की, तो उसके शेयरों में गिरावट देखने को मिली।
क्या कहा पिचाई ने?
वित्तीय परिणामों की घोषणा के दौरान, अल्फाबेट के सीईओ सुंदर पिचाई ने 2025 के लिए 75 बिलियन डॉलर के चौंका देने वाले पूंजीगत व्यय की घोषणा की। यह आँकड़ा पिछले साल खर्च किए गए 52.5 बिलियन डॉलर और विश्लेषकों के अनुमानों से कहीं ज़्यादा है। यह विशाल निवेश मुख्य रूप से Google की AI क्षमताओं और बुनियादी ढाँचे को मज़बूत करने के लिए है।
विकास की गति धीमी है
निवेशकों की चिंताएँ इस तथ्य के कारण भी बढ़ गई हैं कि अल्फाबेट के क्लाउड-कंप्यूटिंग डिवीजन ने 30% की राजस्व वृद्धि दर्ज की है, जो पिछली तिमाही के 35% और वॉल स्ट्रीट की उम्मीदों से कम है। निवेशकों को डर है कि क्लाउड-कंप्यूटिंग में राजस्व में गिरावट और AI पर बढ़ते खर्च से कंपनी की लाभप्रदता प्रभावित हो सकती है। कुल मिलाकर, अल्फाबेट का तिमाही राजस्व उम्मीदों के अनुरूप रहा है, लेकिन यह 2023 के बाद से कंपनी की सबसे धीमी विकास दर को दर्शाता है।