जसप्रीत बुमराह टीम में नहीं हैं। गेंदबाजी में अनुभव की कमी है। ऐसे में जिम्मेदारी कौन लेगा? यह सवाल जनवरी 2021 में ब्रिस्बेन के गाबा मैदान पर भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच के दौरान उठा था। यह वही मैदान था, जहां ऑस्ट्रेलिया ने 32 साल में एक भी टेस्ट मैच नहीं हारा था। करीब साढ़े चार साल बाद बर्मिंघम के एजबेस्टन मैदान पर भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरे टेस्ट मैच में भी यही सवाल उठा, जहां टीम इंडिया अपने 56 साल के इतिहास में कोई मैच नहीं जीत सकी। साढ़े चार साल पहले की तरह एक बार फिर मोहम्मद सिराज ने यह जिम्मेदारी संभाली। एजबेस्टन टेस्ट के तीसरे दिन स्टार भारतीय तेज गेंदबाज ने लगातार दो गेंदों पर इंग्लैंड के दो सबसे बड़े बल्लेबाजों जो रूट और बेन स्टोक्स को आउट किया। गाबा में भारत-ऑस्ट्रेलिया टेस्ट मैच के दौरान सिराज सिर्फ 3-4 मैच पुराने थे और उस समय टीम के सबसे अनुभवी गेंदबाज थे। लेकिन इतने कम अनुभव के बावजूद सिराज ने ऑस्ट्रेलिया की मजबूत बल्लेबाजी लाइन-अप को हिलाकर रख दिया। इस बार एजबेस्टन में वे 4 साल से ज्यादा के टेस्ट क्रिकेट के अनुभव के साथ मैदान पर उतरे। लेकिन इस बार उन पर सवाल उठे क्योंकि उनकी गेंदबाजी और उनके ओवरऑल प्रदर्शन में वो निरंतरता नहीं थी जो इतने अनुभवी खिलाड़ी में होनी चाहिए। लेकिन जब टीम को इसकी जरूरत थी और जब उन्हें सबसे अनुभवी गेंदबाज के तौर पर गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई करनी थी, तो सिराज ने गाबा टेस्ट की झलक दिखाई।
सिराज ने दूसरे ओवर में बाजी मारी
लीड्स टेस्ट की पहली पारी में खराब गेंदबाजी के लिए आलोचना झेलने वाले सिराज ने दूसरी पारी में जोरदार वापसी की। तब भी सफलता नहीं मिली लेकिन वहां से वे फॉर्म में लौटते नजर आए। सिराज ने एजबेस्टन में अपनी इसी लय को जारी रखा और इंग्लैंड की बल्लेबाजी को झकझोर कर रख दिया। भारतीय क्रिकेट में ‘डीएसपी सिराज’ के नाम से मशहूर हुए इस स्टार पेसर ने मैच के दूसरे दिन ओपनर जैक क्रॉली का विकेट लिया। फिर तीसरे दिन सिराज ने ऐसी शुरुआत की जिसने इंग्लैंड की बल्लेबाजी की कमर तोड़ दी। दिन के दूसरे ओवर में ही सिराज ने लगातार गेंदों पर रूट और स्टोक्स के विकेट चटकाए।
इस तरह फंसे रूट और स्टोक्स
सिराज का पहला शिकार 13 हजार से ज्यादा रन बना चुके इंग्लैंड के स्टार बल्लेबाज जो रूट बने, जिन्होंने दूसरे दिन के आखिर में विकेट गिरने के बाद भी पारी को संभाला। रूट अपने पहले दिन के स्कोर में सिर्फ 4 रन ही जोड़ सके और सिराज की गेंद पर लेग साइड पर विकेटकीपर को कैच दे बैठे। इसके बाद कप्तान बेन स्टोक्स आए, जिन पर टीम को संभालने की बड़ी जिम्मेदारी थी। लेकिन स्टोक्स ने सोचा भी नहीं था कि सिराज उनका इस तरह से स्वागत करेंगे। भारतीय तेज गेंदबाज ने पहली ही गेंद पर स्टोक्स को बाउंसर फेंकी और स्टोक्स चौंक गए। वह गेंद को छोड़ने की कोशिश में नाकाम रहे और गेंद उनके बल्ले से लगते ही कीपर ऋषभ पंत ने आसान कैच लपक लिया। इंग्लैंड के लिए 6,700 से ज्यादा रन बनाने वाले स्टोक्स खाता खोले बिना ही पवेलियन लौट गए।