एशिया कप 2025 का आगाज होने में अब केवल दो हफ्ते का समय शेष है। क्रिकेट प्रेमी टी20 फॉर्मेट में खेला जाने वाला यह मेगा इवेंट बड़ी बेसब्री से देखने के लिए तैयार हैं। इस टूर्नामेंट में भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, हांगकांग, यूएई और ओमान जैसी एशिया की टॉप-8 टीमें आमने-सामने होंगी। हालांकि, फिलहाल श्रीलंका, यूएई और ओमान के स्क्वॉड सामने आने बाकी हैं।
टी20 फॉर्मेट में एशिया कप का आयोजन अब तक सिर्फ दो बार ही हुआ है। 2016 और 2022 में यह टूर्नामेंट टी20 प्रारूप में खेला गया था। इस बार यह तीसरी बार होगा, जब क्रिकेट का सबसे छोटा और रोमांचक प्रारूप एशिया की शीर्ष टीमों के बीच खेला जाएगा। इस फॉर्मेट में टीमों की रणनीति, तेज रन-रेट और मानसिक स्थिरता का बड़ा योगदान रहता है।
खेल विशेषज्ञों ने इस बार की तैयारी के दौरान खास ध्यान एक्स्ट्रा रन यानी विकेट खोए बिना देने वाले अतिरिक्त रन पर रखा है। टी20 फॉर्मेट में ये एक्स्ट्रा रन किसी भी टीम की जीत या हार में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं। पिछली प्रतियोगिताओं में कुछ टीमें ऐसी रही हैं, जिन्होंने बेवजह अधिक एक्स्ट्रा रन लुटा दिए, जिससे उनके स्कोर और मैच पर असर पड़ा।
विशेषज्ञों के अनुसार, एक्स्ट्रा रन में मुख्य रूप से नो-बॉल, वाइड बॉल, लेग-बाय और बाय रन शामिल होते हैं। टी20 में हर रन की कीमत होती है और अतिरिक्त रन देना टीम के लिए जोखिम साबित हो सकता है। 2016 और 2022 के आंकड़ों को देखें तो भारत और पाकिस्तान ने तुलनात्मक रूप से कम एक्स्ट्रा रन लुटाए, जबकि बांग्लादेश और श्रीलंका जैसी टीमों ने इस मामले में ज्यादा रन गंवाए।
क्रिकेट विश्लेषक कहते हैं कि इस बार की रणनीति में टीमें गेंदबाजी पर विशेष ध्यान दे रही हैं। विकेट लेने के साथ-साथ एक्स्ट्रा रन नियंत्रण भी टीम की जीत में अहम भूमिका निभाएगा। टीम प्रबंधन ने अभ्यास सत्रों में वाइड-बॉल और नो-बॉल कम करने पर जोर दिया है।
फैंस के लिए यह भी महत्वपूर्ण है कि टी20 फॉर्मेट में मैच तेज़ और रोमांचक होते हैं। इस बार की टीमों ने पिछले अनुभवों से सीख लेकर अपने खिलाड़ियों को मानसिक और तकनीकी तौर पर तैयार किया है। बल्लेबाजों को रन बनाने के साथ-साथ विकेट बचाने पर भी ध्यान देना होगा, जबकि गेंदबाजों से अपेक्षा है कि वे एक्स्ट्रा रन देने से बचें।
एशिया कप 2025 की शुरुआत से पहले यह देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी टीमें अपने एक्स्ट्रा रन को नियंत्रित कर पाती हैं और कौन सी टीमों ने इसकी वजह से संघर्ष किया। पिछले टूर्नामेंट्स के आंकड़े दर्शाते हैं कि मैच का परिणाम केवल स्ट्राइक रेट या विकेटों से नहीं, बल्कि एक्स्ट्रा रन पर भी निर्भर हो सकता है।
इस तरह, एशिया कप 2025 सिर्फ बल्लेबाजी और गेंदबाजी का मुकाबला नहीं होगा, बल्कि रणनीति, मानसिक स्थिरता और एक्स्ट्रा रन नियंत्रण की परीक्षा भी साबित होगा। क्रिकेट प्रेमियों की नजरें अब इन आठ टीमों की तैयारी और रणनीतियों पर टिकी हैं।