पिछले कारोबारी दिन सोमवार को दुनियाभर के शेयर बाजारों में भूचाल आ गया और भारतीय शेयर बाजार बुरी तरह टूट गया। बीएसई सेंसेक्स जहां 2200 अंक से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ, वहीं एनएसई निफ्टी 700 अंक से अधिक की गिरावट के साथ बंद हुआ। लेकिन मंगलवार को शेयर बाजार की चाल बदल सकती है। ये हम नहीं कह रहे, लेकिन वैश्विक संकेत इसी ओर इशारा कर रहे हैं। दरअसल, एशियाई बाजारों में सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन तेजी के साथ कारोबार हो रहा है। गिफ्ट निफ्टी ने शुरुआत में ही करीब 400 अंक की छलांग लगा दी। ऐसे में एशिया के बाजार में आई रिकवरी का असर भारतीय शेयर बाजार पर देखने को मिल सकता है।
एशियाई बाजारों में जोरदार रिकवरी सोमवार को जहां जापान और हांगकांग के शेयर बाजारों में 9 फीसदी तक की गिरावट आई, वहीं मंगलवार को इनके साथ ही सभी एशियाई बाजार रिकवरी मोड में नजर आ रहे हैं। शुरुआती कारोबार में गिफ्ट निफ्टी 22,699 के स्तर पर कारोबार कर रहा था, वहीं जापान के निक्केई (Japan Nikkei) में 7 फीसदी का जबरदस्त उछाल देखने को मिला. हांगकांग हैंगसैंग सूचकांक भी लगभग 3% की बढ़त के साथ कारोबार कर रहा था। अमेरिकी बाजारों की बात करें तो डाउ जोंस और एसएंडपी500 जहां लाल क्षेत्र में बंद हुए, वहीं नैस्डैक हरे क्षेत्र में बंद हुआ।
कल भी ऐसी ही हलचल थी, सोमवार को भी एशियाई बाजारों में हलचल थी और सारे बाजार टूट गए थे। हांगकांग का हैंगसेंग 9.24% तथा जापान का निक्केई 8.50% गिर गया। दूसरी ओर, सिंगापुर बाजार में 7%, चीनी बाजार में 5.5% और मलेशियाई बाजार में 4.2% की गिरावट आई। इसके साथ ही आस्ट्रेलियाई शेयर बाजार 4.1% और न्यूजीलैंड शेयर बाजार 3.6% फिसल गया।
सेंसेक्स 3900 अंक तक फिसला था भारतीय शेयर बाजार (Share Market India) में कारोबार की शुरुआत के साथ ही सेंसेक्स और निफ्टी में गिरावट देखी गई. बीएसई का सेंसेक्स अपने पिछले बंद स्तर 75,364.69 से नीचे 71,449 पर खुला और बाद में 71,425 तक टूट गया। हालांकि, अंत में कुछ सुधार देखा गया और बीएसई सेंसेक्स 2226.79 अंक या 2.95 प्रतिशत की गिरावट के साथ 73,137.90 पर बंद हुआ।
सेंसेक्स की तरह निफ्टी भी 22,904 के पिछले बंद स्तर से नीचे 21,758 पर खुला और कारोबार के दौरान करीब 1,000 अंक गिरकर 21,743 पर आ गया। अंत में एनएसई निफ्टी में भी कुछ सुधार हुआ और यह 742.85 अंक या 3.24 प्रतिशत की गिरावट के साथ 22,161.60 पर बंद हुआ।
इस दौरान मेटल, ऑटो और आईटी शेयरों में 3-7% की भारी गिरावट देखी गई। बीएसई की लार्जकैप कंपनियों में हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड यानी एचयूएल एकमात्र कंपनी रही, जिसका शेयर बाजार की गिरावट के मुकाबले तेजी के साथ हरे निशान में बंद हुआ, जबकि निफ्टी-50 के सभी शेयर लाल निशान में बंद हुए। सोमवार को हुए इस मार्केट क्रैश के कारण निवेशकों को काफी नुकसान हुआ और बीएसई मार्केट कैप में करीब 14 लाख करोड़ की गिरावट आई।