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कामाख्या मंदिर की ये रोचक कहानी जानकर आप भी हो जाएंगे हैरान, प्रसाद में मिलती है ऐसी चीज जिसके बारे में जानकर चौंक जाएंगे आप

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कामाख्या मंदिर भारत के असम राज्य में स्थित एक अत्यंत प्राचीन और प्रसिद्ध शक्ति पीठ है। यह मंदिर देवी कामाख्या को समर्पित है, जिन्हें शक्ति का अवतार माना जाता है। हिंदू धर्म में कामाख्या मंदिर का विशेष महत्व है क्योंकि इसे शक्ति की ऊर्जा का केंद्र माना जाता है। इस मंदिर की कई रोचक कहानियां और रहस्य हैं, जिन्हें जानकर कोई भी हैरान रह जाएगा। साथ ही, यहां मिलने वाला प्रसाद भी काफी अनोखा है।

कामाख्या मंदिर की पौराणिक कथा

कामाख्या मंदिर का इतिहास अत्यंत प्राचीन माना जाता है। पुराणों के अनुसार, यह वही स्थान है जहां देवी सती का योनिमंडल (योनि अंग) गिरी था। जब भगवान शिव ने सती का शरीर अपने कंधे पर लेकर तांडव नृत्य किया, तो भगवान विष्णु ने अपने सुदर्शन चक्र से सती के शरीर को काटना शुरू किया। इसके बाद शरीर के विभिन्न अंग यहां- वहां गिरे और जो स्थान उन अंगों के गिरने से बने वे शक्ति पीठ कहलाए। कामाख्या मंदिर वह पवित्र स्थान है जहां सती का योनि भाग गिरी थी। इस कारण से कामाख्या मंदिर को स्त्री शक्ति, सृजन और प्रजनन का केंद्र माना जाता है।

मंदिर की अनोखी परंपरा: प्रसाद में क्या मिलता है?

कामाख्या मंदिर की सबसे अनोखी और हैरान कर देने वाली बात यह है कि यहां प्रसाद के रूप में मांस और मदिरा (शराब) भी चढ़ाई जाती है। यह परंपरा भारत के अन्य मंदिरों से बिलकुल अलग है। माना जाता है कि देवी कामाख्या का स्वरूप अत्यंत प्राकृत और प्रकृति से जुड़ा हुआ है, इसलिए यहां पशुबलि और मदिरा का प्रयोग पूजा में होता है। यह शक्ति की ऊर्जा को जागृत करने और जीवन के हर पहलू को स्वीकार करने की भावना को दर्शाता है। यह प्रसाद भक्तों को सौंपा जाता है, जो देवी की कृपा और आशीर्वाद के रूप में लिया जाता है। इस अनोखी परंपरा को जानकर अधिकांश लोग आश्चर्यचकित रह जाते हैं।

कामाख्या मंदिर के अन्य रोचक तथ्य

  • मासिक रक्तस्राव के दौरान मंदिर का विशेष महत्व: कामाख्या मंदिर में हर वर्ष ‘अंबुवाची मेला’ का आयोजन होता है, जब देवी को मासिक धर्म की अवस्था में माना जाता है। इस दौरान मंदिर बंद रहता है और भक्त व्रत रखते हैं। इसे महिला ऊर्जा और प्रकृति के चक्र का प्रतीक माना जाता है।

  • मंदिर की स्थापत्य कला: कामाख्या मंदिर की वास्तुकला प्राचीन असम की पारंपरिक शैली में बनी है, जो अपनी अनूठी छत और सजावट के लिए प्रसिद्ध है।

  • शक्ति पीठों में विशेष स्थान: कामाख्या मंदिर पूरे भारत के 51 शक्ति पीठों में एक है और इसे सबसे शक्तिशाली और रहस्यमयी माना जाता है।

क्यों है कामाख्या मंदिर की पूजा खास?

कामाख्या देवी की पूजा उन लोगों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो जीवन में सृजन, स्वास्थ्य, उन्नति और परिवार की खुशहाली चाहते हैं। देवी कामाख्या की ऊर्जा जीवन में समृद्धि और नवजीवन लाने वाली मानी जाती है। यहां भक्तों को देवी के प्रति गहरी श्रद्धा और विश्वास के साथ पूजा करनी चाहिए क्योंकि देवी की शक्ति अत्यंत प्रबल है।

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