क्रिकेट न्यूज डेस्क।। बांग्लादेश और श्रीलंका के बीच खेले जा रहे पहले टेस्ट मैच में श्रीलंका के बल्लेबाज कामिंडु मेंडिस ने अपनी दमदार बल्लेबाजी से सभी का ध्यान खींचा। बाएं हाथ के इस प्रतिभाशाली बल्लेबाज़ ने मुश्किल हालात में अपनी टीम को संभालते हुए 87 रन की अहम पारी खेली। हालांकि वह महज 13 रन से अपना पहला टेस्ट शतक चूक गए, जो उनके लिए और टीम के लिए थोड़ा निराशाजनक रहा।
मुश्किल वक्त में खेली बहुमूल्य पारी
जब श्रीलंका की टीम लगातार विकेट गंवा रही थी और बांग्लादेशी गेंदबाज़ हावी थे, तब कामिंडु मेंडिस ने मोर्चा संभाला। उन्होंने धैर्य और समझदारी से बल्लेबाजी करते हुए न केवल टीम की पारी को स्थिरता दी, बल्कि साझेदारियों के जरिए स्कोरबोर्ड को भी आगे बढ़ाया। उनके 87 रन न केवल व्यक्तिगत तौर पर महत्वपूर्ण थे, बल्कि टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाने में भी अहम साबित हुए।
शतक से चूकने की टीस
कामिंडु मेंडिस जिस तरह की लय में बल्लेबाजी कर रहे थे, उसे देखकर लग रहा था कि वह अपने करियर का पहला टेस्ट शतक जरूर बना लेंगे। लेकिन दुर्भाग्यवश वह 87 के निजी स्कोर पर आउट हो गए। आउट होने के बाद मेंडिस visibly निराश नजर आए, और दर्शकों को भी यह खल गया कि इतनी शानदार बल्लेबाजी के बावजूद वह तीन अंकों का आंकड़ा नहीं छू सके।
श्रीलंका पहली पारी में पीछे
कामिंडु मेंडिस की यह शानदार पारी भी श्रीलंका को पहली पारी में बढ़त दिलाने में नाकाम रही। टीम बांग्लादेश के पहले पारी के स्कोर से पीछे रह गई, जिससे मेज़बानों को मनोवैज्ञानिक बढ़त मिल गई है। बांग्लादेश के गेंदबाजों ने सधी हुई गेंदबाजी करते हुए समय-समय पर विकेट चटकाए और श्रीलंकाई बल्लेबाजों को खुलकर खेलने नहीं दिया।
क्या वापसी कर पाएगी श्रीलंका?
अब मैच के अगले चरण में सबकी निगाहें श्रीलंकाई गेंदबाजों पर होंगी कि क्या वे बांग्लादेश को दूसरी पारी में जल्दी समेटकर मुकाबले में वापसी कर पाएंगे। वहीं, कामिंडु मेंडिस की यह पारी उन्हें टीम में स्थायी स्थान दिलाने की दिशा में एक मजबूत कदम मानी जा रही है।