वेस्टइंडीज के खिलाफ तीसरे वनडे में पाकिस्तान को करारी हार का सामना करना पड़ा और इसके बाद पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर ने टीम के प्रदर्शन पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की। ‘रावलपिंडी एक्सप्रेस’ के नाम से मशहूर अख्तर ने चेतावनी दी कि तेज गेंदबाजी के अनुकूल परिस्थितियों में पाकिस्तान का बल्लेबाजी क्रम बार-बार बेनकाब होगा। उन्होंने मुख्य कोच माइक हेसन की वनडे रणनीति पर भी सवाल उठाए और टीम की नीतियों को गलत बताया। साथ ही, अख्तर ने विराट कोहली को ‘आधुनिक युग का महान’ करार दिया और पाकिस्तानी बल्लेबाजों को अपनी फिटनेस और स्ट्राइक रोटेशन में सुधार करने की सलाह दी।
पाकिस्तान की कमजोरियां उजागर
वेस्टइंडीज के खिलाफ वनडे सीरीज के निर्णायक मैच में पाकिस्तान की बल्लेबाजी पूरी तरह फ्लॉप रही। 50 ओवर के खेल में टीम महज 29.2 ओवर में 92 रन पर ढेर हो गई। पांच बल्लेबाज सैम अयूब, अब्दुल्ला शफीक, मोहम्मद रिजवान, हसन अली और अबरार अहमद अपना खाता भी नहीं खोल सके। इस हार के बाद शोएब अख्तर ने कहा, “तेज़ गेंदबाज़ों वाली पिच पर हमारे बल्लेबाज़ हमेशा खुले रहेंगे। शुक्र है कि पैट कमिंस और मिशेल स्टार्क नहीं थे, वरना नतीजा और भी बुरा हो सकता था।”
उन्होंने टीम प्रबंधन को आगाह किया कि जब तक टीम में एक स्थापित ऑलराउंडर, भरोसेमंद बल्लेबाज़, गेंदबाज़ और स्पिनर शामिल नहीं होंगे, तब तक वनडे प्रारूप में सफलता हासिल करना मुश्किल है। अख्तर ने कहा कि यह खिलाड़ियों का नहीं, बल्कि गलत नीतियों का नतीजा है।
माइक हेसन की रणनीति पर सवाल
पीटीवी स्पोर्ट्स पर बातचीत में अख्तर ने पाकिस्तान की सीमित ओवरों की टीम के मुख्य कोच माइक हेसन पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “माइक हेसन एक अच्छे टी20 कोच हैं, लेकिन वनडे क्रिकेट के लिए उनकी सोच कमाल की है। अगर आप अच्छे खिलाड़ियों को नहीं खिलाएँगे, तो नतीजे हमेशा ऐसे ही रहेंगे।”
अख्तर ने यह भी कहा कि वनडे में सफलता के लिए टीम के सभी विभागों – बल्लेबाजी, गेंदबाजी और क्षेत्ररक्षण – में संतुलन होना ज़रूरी है। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि न केवल अच्छे खिलाड़ियों की ज़रूरत है, बल्कि सही संयोजन वाली टीम की भी ज़रूरत है।
विराट कोहली से सीखें
पाकिस्तानी बल्लेबाजों की फिटनेस और रन बनाने की क्षमता पर बात करते हुए अख्तर ने कहा, “हमारे बल्लेबाज फिट नहीं हैं। वे सिंगल और डबल लेने में कमज़ोर हैं और स्ट्राइक रोटेशन को नहीं समझते। विराट कोहली को ही देख लीजिए, उनकी पारी में 50 सिंगल और 20 डबल हैं, जिससे उनका स्ट्राइक रेट अपने आप बेहतर हो जाता है।”
अख्तर ने कहा कि बड़ी पारियाँ और बड़े शतक सिर्फ़ चौकों और छक्कों से नहीं, बल्कि लगातार स्ट्राइक रोटेशन और फिटनेस से बनते हैं। उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि पाकिस्तानी बल्लेबाजों को इस दिशा में कड़ी मेहनत करनी होगी।
पहले बल्लेबाजी करते हुए वेस्टइंडीज ने 50 ओवर में 6 विकेट पर 294 रन बनाए। कप्तान शाई होप ने 94 गेंदों में 120 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें 10 चौके और 5 छक्के शामिल थे। जस्टिन ग्रीव्स ने 24 गेंदों में 43 रन बनाए और दोनों के बीच 110 रनों की अहम साझेदारी हुई। एविन लुईस ने 37 और रोस्टन चेज़ ने 36 रन जोड़े।
जवाब में पाकिस्तान की पारी पूरी तरह से लड़खड़ा गई और टीम 202 रनों से मैच हार गई। कप्तान सलमान अली आगा ने 49 गेंदों में 30 रन बनाए, जबकि मोहम्मद नवाज 23 रन बनाकर नाबाद रहे। इस हार के साथ ही पाकिस्तान ने सीरीज 2-1 से गंवा दी। नवंबर 1991 के बाद से वेस्टइंडीज की पाकिस्तान के खिलाफ यह पहली वनडे सीरीज जीत है, जिसे कैरेबियाई क्रिकेट के लिए ऐतिहासिक माना जा रहा है।