वास्तु शास्त्र में कहा गया है कि घर का शौचालय बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि यही वह स्थान है जहां से सबसे अधिक नकारात्मक ऊर्जा घर में प्रवेश करती है। ऐसे में घर के शौचालय से जुड़े वास्तु नियमों का पालन करना जरूरी माना जाता है। यदि इन नियमों का पालन न किया जाए तो घर में बुरे प्रभाव दिखने लगते हैं। वहीं, अक्सर आपने देखा होगा कि कई लोग न सिर्फ घर के अंदर शौचालय बनाते हैं बल्कि घर की छत पर भी शौचालय बनाते हैं। ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने बताया कि ऐसा करना सही है या गलत, तो चलिए जानते हैं कि घर की छत पर शौचालय होना शुभ है या अशुभ।
जब शौचालय घर की छत पर हो तो क्या होगा?
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की छत पर शौचालय बनाना अशुभ माना जाता है। छत घर का सबसे ऊपरी हिस्सा होता है और वास्तु शास्त्र में इसे महत्वपूर्ण माना जाता है। यह ब्रह्मांडीय ऊर्जाओं के साथ सीधा संपर्क स्थापित करता है। छत पर शौचालय बनाने से शौचालय से जुड़ी नकारात्मक ऊर्जा सकारात्मक ऊर्जा के प्रवाह को अवरुद्ध कर सकती है, जिससे घर में ऊर्जा असंतुलन पैदा हो सकता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार, छत पर शौचालय बनाने से घर के सदस्यों को आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। धन का आगमन बाधित हो सकता है तथा अनावश्यक खर्च बढ़ सकते हैं। यह भी माना जाता है कि छत पर शौचालय होने से घर के सदस्यों के स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इससे विभिन्न बीमारियाँ और शारीरिक परेशानियाँ हो सकती हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार घर की छत पर शौचालय होने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होने से घर के सदस्यों में मानसिक तनाव, अशांति और चिड़चिड़ापन बढ़ सकता है। घर का माहौल नकारात्मकता से भरा हो सकता है। छत पर शौचालय बनाने से अन्य वास्तु दोष भी उत्पन्न हो सकते हैं, जो घर की शांति और समृद्धि को प्रभावित कर सकते हैं। इससे घर के अन्य क्षेत्रों जैसे पूजा घर या रसोईघर के साथ ऊर्जा टकराव हो सकता है।