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क्या टेनिस स्टार राधिका यादव का म्यूजिक वीडियो ‘कारवां’ बना हत्या वजह? पुलिस के सामने आया नया एंगल

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गुरुग्राम: देश की राष्ट्रीय स्तर की टेनिस खिलाड़ी राधिका यादव की चौंकाने वाली हत्या ने पूरे खेल जगत और समाज को झकझोर कर रख दिया है। गुरुवार को गुरुग्राम के पॉश सुशांत लोक इलाके में उनके पिता दीपक यादव ने उन्हें गोली मार दी, और अब हत्या के पीछे का संभावित कारण एक म्यूजिक वीडियो के रूप में सामने आ रहा है, जिसने इस पूरे मामले को एक नया मोड़ दे दिया है।

म्यूजिक वीडियो ‘कारवां’ बना शक की नई कड़ी

पुलिस जांच के दौरान सामने आया है कि राधिका एक म्यूजिक वीडियो में नजर आई थीं, जिसका नाम है “कारवां”, जिसे INAAM नामक आर्टिस्ट के साथ शूट किया गया था। यह वीडियो LLF Records के तहत रिलीज हुआ था और इसके निर्माता ज़ीशान अहमद हैं। वीडियो में राधिका को कई रोमांटिक दृश्यों में दिखाया गया है, जिससे उनके पिता दीपक यादव बेहद असहज थे। यह वीडियो एक साल पहले रिलीज हुआ था, लेकिन परिवार के भीतर उठे तनाव और राधिका की बढ़ती सोशल मीडिया मौजूदगी ने दीपक के गुस्से को और भड़काया।

राधिका की हत्या क्यों की गई?

25 वर्षीय राधिका यादव कभी हरियाणा और भारत की ओर से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर टेनिस खेल चुकी थीं। लेकिन दो साल पहले लगी गंभीर चोट के कारण वह सक्रिय खेल से दूर हो गईं। इसके बाद राधिका ने एक टेनिस अकादमी शुरू की और धीरे-धीरे सोशल मीडिया पर रील्स बनाकर इन्फ्लुएंसर बनने लगीं। पुलिस सूत्रों के अनुसार, राधिका के आत्मनिर्भर और पब्लिक लाइफ में सक्रिय होने से उनके पिता दीपक यादव नाराज़ थे। वह बार-बार बेटी को रील्स हटाने और सोशल मीडिया से दूरी बनाने की बात कहते थे। इतना ही नहीं, गांव में लोगों द्वारा “बेटी की कमाई पर जीने” की ताने भी उन्हें मानसिक रूप से आहत कर रहे थे।

हत्या कैसे हुई?

10 जुलाई को, जब राधिका अपनी मां मंजू यादव के जन्मदिन के मौके पर रसोई में खाना बना रही थीं, तभी दीपक यादव ने .32 बोर की लाइसेंसी रिवॉल्वर से 5 गोलियां चलाईं। इनमें से तीन गोलियां उनकी पीठ पर लगीं और राधिका की मौके पर ही मौत हो गई। घटना के समय राधिका की मां उसी फ्लोर पर मौजूद थीं। उन्होंने पुलिस को शुरू में बयान देने से मना कर दिया था, लेकिन बाद में बताया कि उन्हें बुखार था और वे आराम कर रही थीं, और उन्हें आवाज “प्रेशर कुकर फटने” जैसी लगी। मंजू यादव ने कहा कि “राधिका का चरित्र अच्छा था, उसने कभी परिवार को शर्मिंदा नहीं किया।”

एफआईआर और पुलिस कार्रवाई

राधिका के चाचा कुलदीप यादव की शिकायत पर पुलिस ने दीपक यादव के खिलाफ एफआईआर दर्ज की और उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है। पूछताछ में दीपक ने स्वीकार किया कि गांव वालों की बातों से मानसिक तनाव में आकर उसने यह कदम उठाया। गौरतलब है कि दीपक यादव मूल रूप से वज़ीराबाद गांव के रहने वाले हैं।

एक होनहार खिलाड़ी से इन्फ्लुएंसर तक का सफर

  • राधिका ने हरियाणा और भारत के लिए कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की टेनिस प्रतियोगिताओं में हिस्सा लिया और पदक भी जीते।

  • चोट के बाद खेल से ब्रेक लेकर उन्होंने एक टेनिस ट्रेनिंग अकादमी शुरू की, जिससे वे आर्थिक रूप से स्वतंत्र बनीं।

  • साथ ही वे सोशल मीडिया पर Instagram पर रील्स बनाकर एक नई पहचान बना रही थीं।

सम्मान, नियंत्रण और असहिष्णुता का त्रिकोण

राधिका की हत्या न केवल एक पिता द्वारा बेटी की जान लेने की सनसनीखेज घटना है, बल्कि यह भारतीय समाज की उस मानसिकता को भी उजागर करती है जहाँ बेटियों की सफलता, स्वतंत्रता और पहचान अक्सर पितृसत्ता के लिए खतरा बन जाती है।

सोशल मीडिया की दुनिया में आगे बढ़ रही एक आत्मनिर्भर बेटी का संस्कृति से टकराना, और उस टकराव का नतीजा इतनी क्रूरता में सामने आना, पूरे समाज के लिए एक चिंतन का विषय बन गया है।

राधिका यादव की मौत केवल एक हत्या नहीं, बल्कि यह सवाल है —

  • क्या बेटियां अपनी पहचान खुद नहीं बना सकतीं?

  • क्या समाज अब भी महिलाओं की आज़ादी को पचा नहीं पा रहा?

  • क्या ‘इज्जत’ के नाम पर बेटियों की जान लेना अब भी स्वीकार्य मानसिकता है?

“कारवां” तो आगे बढ़ता रहा, पर राधिका की कहानी वहीं थम गई।

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