नाश्ता हो या दोपहर का भोजन, दही हमारी थाली का एक ऐसा हिस्सा है, जिसके बिना कई लोग अधूरा महसूस करते हैं। प्रोटीन, कैल्शियम और प्रोबायोटिक्स से भरपूर यह सुपरफूड सेहत के लिए वरदान माना जाता है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि जिस दही को आप रोज़ाना बेफिक्री से खा रहे हैं, क्या उसका आपकी सेहत पर बुरा असर (Eating Curd Daily Side Effects) पड़ रहा है? क्या आपने कभी सोचा है कि इसे रोज़ाना खाने से फायदे की बजाय नुकसान हो सकता है? आइए जानते हैं 5 ऐसे चौंकाने वाले तथ्य (Curd Every Day Pros And Cons) जो दही को लेकर आपकी सारी उलझनें दूर कर देंगे और आपको बताएंगे कि कब, कैसे और कितनी मात्रा में दही खाना आपकी सेहत के लिए सही है।
ज़्यादा दही बढ़ा सकता है वज़न
जी हाँ, अगर आपको लगता है कि दही हमेशा वज़न कम करने में मदद करता है, तो यह पूरी तरह सच नहीं है। पैकेज्ड और फ्लेवर्ड दही में अक्सर बहुत ज़्यादा चीनी और फैट होता है, जिससे कैलोरी बढ़ती है और वज़न बढ़ सकता है। ऐसे में सादा घर का बना दही सबसे अच्छा है।
रात में दही खाने से बचें
रात में दही खाने से कफ दोष बढ़ सकता है, जिससे सर्दी, गले में खराश या पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं। अगर आपको दही खाना ही है, तो दिन में दही खाना बेहतर है।
लैक्टोज़ असहिष्णुता की समस्या
दही में लैक्टोज़ होता है। लैक्टोज़ असहिष्णुता वाले लोगों को दही खाने से पेट फूलना, गैस या दस्त जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे लोगों को दही का सेवन सावधानी से करना चाहिए या लैक्टोज़-मुक्त दही का सेवन करना चाहिए।
खट्टा दही परेशानी का सबब बन सकता है
ज़्यादा खट्टा दही या बासी दही खाने से पेट में एसिडिटी और गैस की समस्या हो सकती है। इसलिए, अगर आप नुकसान से बचना चाहते हैं, तो हमेशा ताज़ा और अच्छी तरह से जमा हुआ दही ही खाएँ।
दवाओं के साथ सावधानी
कुछ दवाओं के साथ दही का सेवन करने से रिएक्शन हो सकता है या दवा का असर कम हो सकता है। अगर आप कोई दवा ले रहे हैं, तो डॉक्टर से ज़रूर सलाह लें कि आप रोज़ाना दही खा सकते हैं या नहीं।