क्रिकेट न्यूज डेस्क।। दिल्ली कैपिटल्स ने 16 अप्रैल को अरुण जेटली स्टेडियम में खेले गए सुपर ओवर में राजस्थान रॉयल्स को हरा दिया। मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए दिल्ली कैपिटल्स ने 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 188 रन बनाए। जवाब में राजस्थान रॉयल्स 20 ओवर में 4 विकेट पर 188 रन ही बना सकी। राजस्थान रॉयल्स ने सुपर ओवर में 5 गेंदों पर 11 रन बनाए। आरआर के दोनों बल्लेबाज रन आउट हो गए।
दिल्ली ने सुपर ओवर की चौथी गेंद पर 12 रन का लक्ष्य हासिल कर लिया। इस सीज़न में दिल्ली की यह पांचवीं जीत है। इस सुपर ओवर में दिल्ली के लिए राहुल ने 7 रन बनाए, जबकि ट्रिस्टन स्टब्स ने छक्का लगाकर टीम को जीत दिलाई। दोनों सुपर ओवर में कुल 24 रन बने लेकिन हैरानी की बात यह है कि ये रन बल्लेबाज के खाते में नहीं जोड़े जाएंगे। सुपर ओवर में रन बल्लेबाज के खाते में नहीं जोड़े जाएंगे और विकेट गेंदबाज के खाते में नहीं जोड़े जाएंगे। हम आपको बताएंगे कि ऐसा क्यों है।
रन और विकेट के संबंध में सुपर ओवर के नियम क्या हैं?
आईसीसी अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) द्वारा बनाए गए नियमों को लागू करता है। हालाँकि, आईपीएल के कुछ नियम आईसीसी से अलग हैं। लेकिन कुछ आईसीसी नियम हैं जिनका पालन आईपीएल में भी किया जाता है। इन्हीं नियमों में से एक है सुपर ओवर जो टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में लागू होता है और इसी नियम के तहत आईपीएल में भी सुपर ओवर खेला जाता है। यदि कोई टी-20 मैच टाई हो जाता है तो ऐसी स्थिति में दोनों टीमों को एक-एक ओवर का मैच खेलने का अवसर मिलता है। इस सुपर ओवर में जो टीम अधिक रन बनाती है उसे विजेता घोषित किया जाता है, लेकिन बल्लेबाज के खाते में एक भी रन नहीं जोड़ा जाता और गेंदबाज के खाते में एक भी विकेट नहीं जोड़ा जाता। सुपर ओवर केवल मैच का परिणाम तय करने के लिए आयोजित किया जाता है।
आईपीएल में चार साल बाद सुपर ओवर
आपको बता दें कि आईपीएल में 4 साल बाद पहला सुपर ओवर खेला गया। इससे पहले आईपीएल में आखिरी सुपर ओवर 2021 में हुआ था। उस सीजन में दिल्ली कैपिटल्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेला गया मैच टाई रहा था और सुपर ओवर खेला गया था। दिल्ली कैपिटल्स ने सुपर ओवर में SRH को हराया।