आज की दुनिया में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) और क्लाउड प्रौद्योगिकी तेजी से बदल रही है और गूगल इस दौड़ में सबसे आगे है। हाल ही में हुए गूगल क्लाउड नेक्स्ट 2025 इवेंट में गूगल ने कई बड़ी घोषणाएं कीं, जिनमें नए एआई चिप्स, स्मार्ट मॉडल और प्रौद्योगिकी उपकरण शामिल हैं। गूगल ने दिखा दिया है कि वह सिर्फ एक सर्च इंजन नहीं है बल्कि भविष्य का प्रौद्योगिकी अग्रणी है। चाहे वह तेज चिप हो या मानव जैसी सोच वाला जेमिनी एआई मॉडल, गूगल का हर कदम लोगों के जीवन को आसान बनाने की दिशा में है।
गूगल ने अब तक की सबसे तेज AI चिप पेश की
Veo 2 is now available to developers via the Gemini API!
Starting today, with those who have billing enabled (Tier 1 and above) can start generating videos in the API, with support for text-to-video and image-to-video.
Read more: https://t.co/hPYN89Zql0 pic.twitter.com/gWHNoSeYZ0
— Logan Kilpatrick (@OfficialLoganK) April 9, 2025
Veo 2 is now available to developers via the Gemini API!
Starting today, with those who have billing enabled (Tier 1 and above) can start generating videos in the API, with support for text-to-video and image-to-video.
Read more: https://t.co/hPYN89Zql0 pic.twitter.com/gWHNoSeYZ0
— Logan Kilpatrick (@OfficialLoganK) April 9, 2025
गूगल ने अपने इवेंट गूगल क्लाउड नेक्स्ट 2025 में एक नई और बेहद दमदार चिप लॉन्च की है। इस चिप का नाम आयरनवुड है। यह गूगल की 7वीं पीढ़ी की AI चिप है। यह पिछले चिप्स की तुलना में 3600 गुना तेज है और 29 गुना कम बिजली की खपत करता है। यानी यह चिप बहुत तेजी से काम करेगी और ज्यादा बिजली भी नहीं लेगी। गूगल का कहना है कि यह चिप 2025 के अंत तक सभी के लिए उपलब्ध हो जाएगी।
अब कंपनियां भी कर सकेंगी गूगल का नेटवर्क इस्तेमाल
गूगल ने अब अपना विशेष इंटरनेट नेटवर्क अन्य लोगों के लिए भी खोल दिया है। इस नेटवर्क का नाम क्लाउड WAN है। इससे कंपनियां अपने कार्यालयों, डेटा केंद्रों और ऐप्स को एक-दूसरे से जोड़ सकेंगी। यह नेटवर्क 40% तेज और 40% सस्ता भी है। नेस्ले और सिटाडेल जैसी बड़ी कंपनियां पहले से ही इसका उपयोग कर रही हैं। अब अधिक कंपनियां इससे जुड़ सकेंगी और अपना काम आसान बना सकेंगी।
क्वांटम कंप्यूटर भी महान हैं
गूगल ने विलो नामक एक और नई चिप बनाई है। यह चिप क्वांटम कंप्यूटिंग से जुड़ी है, जो एक विशेष प्रकार की तेज और उन्नत तकनीक है। विलो ने एक गणित की समस्या हल कर दी है जिसे पिछले 30 वर्षों से कोई भी हल नहीं कर पाया था। इससे विज्ञान, चिकित्सा और अनुसंधान जैसे काम आसान और तेज़ हो जाएंगे।
गूगल का नया जेमिनी 2.5 AI मॉडल
गूगल ने एक नया कृत्रिम बुद्धिमत्ता मॉडल लॉन्च किया है, जिसका नाम जेमिनी 2.5 है। यह मॉडल अब मनुष्यों की तरह सोच और प्रतिक्रिया कर सकता है। गूगल ने इसका एक हल्का और सस्ता संस्करण भी जारी किया है जिसे जेमिनी 2.5 फ्लैश कहा जाता है। यह मॉडल तेजी से काम करता है और कम लागत पर उपलब्ध है।
जीमेल, फोटो और सर्च अब और भी स्मार्ट हो जाएंगे
अब जीमेल, गूगल फोटोज और गूगल सर्च जैसे गूगल ऐप्स भी इस नए एआई मॉडल का इस्तेमाल करेंगे। इसका मतलब यह है कि जब आप कोई Google ऐप चलाएंगे, तो वह पहले से कहीं अधिक बुद्धिमान और मददगार लगेगा। जैसे जीमेल में आप ईमेल का जवाब देने का सुझाव दे सकते हैं या गूगल फोटोज में आपको स्मार्ट तरीके से फोटो ढूंढने में मदद मिलेगी।
दो नए उपकरण नोटबुकएलएम और वीओ 2
गूगल ने दो और नए टूल भी लॉन्च किए हैं। पहला है नोटबुकएलएम, जो आपको अपने नोट्स को बेहतर ढंग से समझने में मदद करता है। यह छात्रों और पेशेवरों के लिए बहुत फायदेमंद है। दूसरा है Veo 2, जो आपको अपनी कहानियों को वीडियो में बदलने की सुविधा देता है। यह विशेष रूप से उन क्रिएटर्स के लिए बनाया गया है जो यूट्यूब या सोशल मीडिया पर वीडियो बनाते हैं।