गूगल ने 2025 की दूसरी तिमाही में एक बड़ा कदम उठाते हुए लगभग 11,000 यूट्यूब चैनल और अकाउंट हटा दिए हैं। सीएनबीसी और गूगल की आधिकारिक ब्लॉग रिपोर्ट के अनुसार, ये चैनल राज्य प्रायोजित दुष्प्रचार फैलाने में शामिल थे। इनका संबंध मुख्यतः चीन और रूस जैसे देशों से था। गूगल का यह कदम डिजिटल गलत सूचना के खिलाफ चल रहे वैश्विक अभियान का हिस्सा है।
चीन के पक्ष में दुष्प्रचार: इनमें से ज़्यादातर चैनल चीनी और अंग्रेजी भाषा में सामग्री अपलोड कर रहे थे, चीन सरकार (पीआरसी) और राष्ट्रपति शी जिनपिंग की नीतियों का समर्थन कर रहे थे। साथ ही, ये चैनल अमेरिकी विदेश मामलों पर टिप्पणी भी करते थे। गूगल के थ्रेट एनालिसिस ग्रुप ने इन चैनलों की पहचान कर उन्हें हटा दिया है।
रूस द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम के बारे में गूगल ने बताया कि लगभग 2,000 यूट्यूब चैनल थे, जो कई भाषाओं में वीडियो पोस्ट कर रहे थे। ये चैनल रूस का समर्थन करने के साथ-साथ यूक्रेन, नाटो और पश्चिमी देशों की आलोचना भी कर रहे थे। यह भी गूगल के दुष्प्रचार अभियान का हिस्सा था।
RT से जुड़े अकाउंट्स पर कार्रवाई: गूगल ने रूसी सरकार द्वारा नियंत्रित मीडिया कंपनी RT से जुड़े 20 YouTube चैनल, 4 विज्ञापन अकाउंट और 1 ब्लॉग भी हटा दिए हैं। बता दें कि RT के मुख्य YouTube चैनल गूगल द्वारा मार्च 2022 में ही ब्लॉक कर दिए गए थे, जब रूस ने यूक्रेन पर हमला किया था।
और किन देशों के अकाउंट हटाए गए? गूगल ने अज़रबैजान, ईरान, तुर्की, इज़राइल, घाना और रोमानिया से जुड़े कुछ अकाउंट भी हटा दिए हैं। ये अकाउंट राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों को निशाना बना रहे थे और इज़राइल-फिलिस्तीन संघर्ष और आंतरिक चुनावों जैसे क्षेत्रीय मुद्दों पर भ्रामक सामग्री फैला रहे थे।
अब तक 30,000 से ज़्यादा अकाउंट हटाए गए गूगल के अनुसार, 2025 की शुरुआत से अब तक 30,000 से ज़्यादा YouTube चैनल और अकाउंट हटाए जा चुके हैं, जो दुष्प्रचार या भ्रामक जानकारी फैलाने में शामिल थे।