हमारे जीवन में कई बार कुछ छोटी-छोटी घटनाएं होती हैं जिन्हें हम सामान्य मानकर नजरअंदाज कर देते हैं, लेकिन हिंदू धर्म और वास्तु शास्त्र में ऐसी घटनाओं को भविष्य में होने वाली बड़ी घटनाओं का संकेत माना गया है। घर में कांच का टूटना, पानी का गिरना या आरती की थाल गिरना सिर्फ संयोग नहीं बल्कि कुछ महत्वपूर्ण चेतावनी हो सकती है। आइए जानते हैं इन घटनाओं के पीछे छिपे संभावित संकेत:
1. कांच का टूटना – रिश्तों में दरार या बुरी नजर का संकेत
वास्तु शास्त्र के अनुसार कांच चंद्रमा और मन से जुड़ा होता है। कांच का टूटना घर के रिश्तों में तनाव, भ्रम या मानसिक अशांति का प्रतीक होता है। यदि अक्सर कांच की वस्तुएं टूट रही हैं, तो यह संकेत हो सकता है कि घर में नकारात्मक ऊर्जा बढ़ रही है या किसी की बुरी नजर लगी है।
2. पानी का बार-बार गिरना – आर्थिक हानि या ऊर्जा का ह्रास
पानी को जीवनदायिनी और समृद्धि का प्रतीक माना गया है। अगर घर में बार-बार पानी गिरता है या बर्तन से छलकता है, तो यह संकेत हो सकता है कि घर की आर्थिक स्थिति कमजोर हो सकती है या ऊर्जा का क्षय हो रहा है। यह भावनात्मक अस्थिरता या व्यर्थ खर्चों का भी सूचक होता है।
3. आरती की थाल गिरना – देवी-देवताओं की अप्रसन्नता का संकेत
आरती पूजा का पवित्र अंग है। अगर आरती की थाल पूजा करते समय अचानक गिर जाए, तो इसे बहुत अशुभ संकेत माना जाता है। यह संकेत हो सकता है कि ईश्वर या कुलदेवता नाराज़ हैं, या किसी कार्य में त्रुटि या अनादर हुआ है। तुरंत क्षमा मांगकर दोबारा श्रद्धा से पूजा करनी चाहिए।
क्या करें ऐसे संकेत मिलने पर?
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घर की नियमित सफाई और शुद्धिकरण करें।
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हनुमान चालीसा या महामृत्युंजय जाप करें।
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टूटी कांच की वस्तुओं को तुरंत हटा दें।
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पानी की टंकी और पाइपलाइन लीक ना हो, इसका ध्यान रखें।
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आरती की थाल गिरने पर घर में शांति पाठ कराएं।
निष्कर्ष:
इन घटनाओं को अंधविश्वास न मानकर चेतावनी संकेत के रूप में लेना चाहिए। कई बार ईश्वरीय शक्तियां हमें आने वाले संकटों से पहले ही संकेत दे देती हैं। इन्हें समझकर समय रहते सावधानी और सुधार करना ही बुद्धिमानी है।