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जब लड़कों को हो जाता है प्यार लेकिन जुबान साथ नहीं देती, तो 2 मिनट के इस वीडियो क्लिप में जानिए इज़हार-ए-मोहब्बत का सही तरीका

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प्यार एक खूबसूरत एहसास है। जब किसी के लिए दिल धड़कने लगता है, तो दुनिया अचानक बदल जाती है। पर जैसे ही बात आती है अपने जज़्बातों को सामने रखने की, लड़कों की ज़ुबान अक्सर साथ छोड़ देती है। इज़हार करना किसी के सामने अपने दिल की बात कहना, आसान नहीं होता – खासतौर पर तब जब आप सामने वाले को खोने से डरते हैं या रिजेक्ट होने का ख्याल आपको झकझोर देता है।ऐसे में सवाल उठता है — कैसे कहें अपने दिल की बात? क्या तरीका अपनाएं जिससे सामने वाला आपके जज़्बातों को भी समझे और रिश्ता आगे भी खूबसूरती से बढ़ सके? आइए जानते हैं इस पूरे विषय को गहराई से।

1. सबसे पहले खुद से करें बात
प्यार का इज़हार करने से पहले ये समझना ज़रूरी है कि आप सामने वाले को क्यों पसंद करते हैं। क्या वो सिर्फ दिखने में अच्छे लगते हैं या आपको उनकी सोच, बात करने का तरीका और व्यवहार भी उतना ही पसंद है? जब आप खुद अपने जज़्बातों को साफ़-साफ़ समझ लेते हैं, तो उन्हें शब्दों में ढालना आसान हो जाता है।

2. फीलिंग्स को लिखकर ज़ाहिर करना है बेहतर तरीका
कई बार मुंह से बोलना मुश्किल होता है, ऐसे में एक छोटा सा लेटर, मैसेज या नोट बहुत मददगार हो सकता है। अपनी फीलिंग्स को दिल से लिखिए। बताइए कि कब से आप उन्हें पसंद करते हैं, क्यों उनके आसपास होने से आपका दिन बन जाता है और क्यों आप चाहते हैं कि ये दोस्ती कुछ और खास बन जाए।

3. सही समय और माहौल का रखें ध्यान
प्यार का इज़हार किसी भीड़-भाड़ या दबाव वाले माहौल में नहीं होना चाहिए। जब आप दोनों अकेले हों, शांत वातावरण में बात कर सकें, तब ही अपने मन की बात रखें। कोशिश करें कि आपकी बात आत्मविश्वास के साथ कही जाए और उसमें सच्चाई झलकती हो।

4. इज़हार में ईमानदारी ज़रूरी है, दिखावा नहीं
आपके लफ्ज़ चाहे थोड़े कम हों, लेकिन वो दिल से निकलने चाहिए। ज्यादा फिल्मी या बनावटी बातें रिश्ते की शुरुआत में उलझन पैदा कर सकती हैं। अपने जज़्बातों को बिना किसी ओवरड्रामैटिक अंदाज़ में पेश करें। ईमानदारी सामने वाले को आपकी बात के प्रति ज्यादा आकर्षित करती है।

5. ना के लिए भी रखें तैयारी
यह सच्चाई है कि हर प्रेम प्रस्ताव का उत्तर ‘हां’ नहीं होता। अगर सामने वाला आपके इज़हार को स्वीकार न करे, तो निराश न हों। यह जरूरी नहीं कि आपकी भावनाएं गलत हों, हो सकता है सामने वाले की परिस्थिति या सोच अलग हो। ऐसे में दोस्ती को खत्म करने के बजाय रिश्ते को बनाए रखना समझदारी होगी।

6. सिर्फ कह देना ही काफी नहीं, निभाना भी ज़रूरी है
अगर सामने वाला ‘हां’ कह दे, तो समझिए कि आपकी असली परीक्षा अब शुरू होती है। प्यार में इज़हार के बाद सबसे ज़रूरी होता है विश्वास और सम्मान को निभाना। जो वादे आप करते हैं, उन्हें समय के साथ निभाएं, और पार्टनर को हर हाल में समझने और साथ देने की कोशिश करें।

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