दूध वाली चाय की तुलना में नींबू वाली चाय स्वास्थ्य के लिए अधिक फायदेमंद मानी जाती है। खासकर अगर आप वजन कम करने की सोच रहे हैं तो नींबू का अधिक से अधिक इस्तेमाल कर सकते हैं। नींबू एंटीऑक्सीडेंट और विटामिन-सी से भरपूर होता है। किसी भी मौसम में अपने शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए आप गुनगुने पानी में नींबू का रस मिलाकर पी सकते हैं। ऐसा करने से आप पूरे दिन सक्रिय रह सकते हैं। नींबू की चाय बहुत फायदेमंद है. वहीं, कुछ लोगों को इस चाय को पीने से नुकसान भी हो सकता है। आइए विस्तार से जानते हैं नींबू की चाय किस तरह लोगों के लिए नुकसानदायक साबित हो सकती है।
खट्टी चीजों से एलर्जी
जिन लोगों को खट्टी चीजों से एलर्जी है उन्हें नींबू वाली चाय बिल्कुल नहीं पीनी चाहिए। अगर आप नींबू की चाय में शहद या अन्य चीजें मिला रहे हैं तो इससे गंभीर एलर्जी हो सकती है। इसे पीने से खुजली और जलन हो सकती है। इन सबके अलावा मुंह और गले में सूजन की समस्या भी हो सकती है।
जिन लोगों को एसिडिटी की समस्या है
जिन लोगों को एसिडिटी की समस्या है उन्हें भी नींबू वाली चाय नहीं पीनी चाहिए। गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स रोग (जीईआरडी) में नींबू चाय पीने से पेट में एसिड बढ़ सकता है। इससे सीने में जलन और मतली जैसी समस्याएं हो सकती हैं। ऐसी स्थिति में नींबू चाय से बचें।
माइग्रेन के रोगी
नींबू की चाय में अमीनो एसिड टायरामाइन होता है। जिसके कारण माइग्रेन से पीड़ित व्यक्ति को परेशानी हो सकती है। माइग्रेन से पीड़ित लोगों को नींबू की चाय नहीं पीनी चाहिए क्योंकि इससे माइग्रेन का दौरा पड़ सकता है। जिसके कारण सिरदर्द की समस्या हो सकती है।
दांतों में कीड़े
नींबू में विटामिन सी की मात्रा बहुत अधिक होती है। इसकी प्रकृति साइट्रिक है, इसलिए यदि आप इसका अधिक उपयोग करेंगे तो दांतों के इनेमल को नुकसान पहुंच सकता है। इसके कारण दांतों में सड़न की समस्या हो सकती है। इनके अलावा दांतों में सड़न और दर्द भी एक समस्या हो सकती है। यदि आपको दांतों की समस्या है तो नींबू वाली चाय न पिएं।
अगर आप इन बीमारियों की दवा ले रहे हैं तो नींबू वाली चाय न पिएं
अगर आप हाई बीपी, कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, माइग्रेन जैसी किसी बीमारी के कारण नियमित दवा ले रहे हैं तो आपको नींबू वाली चाय नहीं पीनी चाहिए क्योंकि इससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।