क्रिकेट न्यूज़ डेस्क।। लॉर्ड्स का मैदान क्रिकेट जगत में खास स्थान रखता है। इसे ‘क्रिकेट का मक्का’ कहा जाता है और हर खिलाड़ी का सपना होता है कि वह यहां खेलने का मौका पाए। टेस्ट क्रिकेट में लॉर्ड्स पर खेलने का अनुभव किसी भी खिलाड़ी के लिए बेहद गर्व की बात होती है। इस ऐतिहासिक मैदान पर कई भारतीय खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन कर अपनी छाप छोड़ी है। खासकर शतक लगाना तो यहां एक ऐतिहासिक उपलब्धि मानी जाती है।
भारत के लिए लॉर्ड्स में कई खिलाड़ियों ने शतकीय पारी खेली है। इसके बावजूद हैरानी की बात यह है कि क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर लॉर्ड्स में कभी शतक नहीं बना सके। यह बात क्रिकेट प्रेमियों को आज भी अचंभित करती है। सचिन ने दुनिया के लगभग हर बड़े मैदान पर शतक जड़ा है, लेकिन लॉर्ड्स में उनका बल्ला कभी तीन अंकों तक नहीं पहुंच सका। उनके अलावा विराट कोहली जैसे मौजूदा दौर के महान बल्लेबाज भी लॉर्ड्स में शतक से चूक गए हैं।
लेकिन इन सबके बीच एक और दिलचस्प तथ्य है जो क्रिकेट इतिहास में खास जगह रखता है। लॉर्ड्स में भारत के एक गेंदबाज ने भी शतक जड़ा है, जो कि आश्चर्यजनक है क्योंकि यह मैदान बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण माना जाता है। यह कारनामा किया था महान ऑलराउंडर कपिल देव ने, जिन्होंने न सिर्फ गेंद से बल्कि बल्ले से भी टीम इंडिया के लिए कई यादगार पारियां खेली हैं।
1982 के लॉर्ड्स टेस्ट में कपिल देव ने 89 गेंदों में ताबड़तोड़ 100 रन ठोक दिए थे। यह पारी उस समय भारत के लिए बहुत अहम थी क्योंकि टीम एक कठिन स्थिति में थी। कपिल देव की यह पारी तेज़ गति से आई और उन्होंने इंग्लैंड के गेंदबाजों को खासा परेशान किया। उनकी इस इनिंग से यह साबित हुआ कि क्रिकेट में भूमिका चाहे जो भी हो – बल्लेबाज, गेंदबाज या ऑलराउंडर – जज्बा और आत्मविश्वास हो तो हर कोई इतिहास रच सकता है।
लॉर्ड्स टेस्ट भारतीय क्रिकेट के लिए हमेशा से खास रहा है। चाहे 1986 की ऐतिहासिक जीत हो, 2014 में अजिंक्य रहाणे का शतक, या फिर 2021 में मोहम्मद सिराज की घातक गेंदबाजी – यह मैदान भारतीय क्रिकेट की गौरवगाथा का अहम हिस्सा रहा है। लेकिन इन सभी में कपिल देव का शतक आज भी एक यादगार और प्रेरणादायक अध्याय के रूप में कायम है।
क्रिकेट इतिहास में ऐसे पल ही खिलाड़ियों को अमर बनाते हैं। और जब वह पल लॉर्ड्स जैसे ऐतिहासिक मैदान पर घटे हों, तो उनकी चमक और भी बढ़ जाती है। भारतीय क्रिकेट के प्रशंसकों के लिए कपिल देव की वह पारी एक ऐसी कहानी है जिसे बार-बार याद किया जाता है।