लोकप्रिय फूड डिलीवरी ऐप जोमैटो के डिलीवरी बॉय ने ग्राहक को दिया गया खाना खुद खा लिया। सोशल मीडिया पर एक फूड डिलीवरी बॉय की खाना खाते हुए तस्वीर वायरल हो रही है। एक सामाजिक कार्यकर्ता ने डिलीवरी बॉय की खाना खाते हुए तस्वीरें शेयर की हैं। इस तस्वीर में डिलीवरी बॉय को खाना खाते हुए देखा जा सकता है। सिम्पली ब्लड की संस्थापक और लोकप्रिय सामाजिक कार्यकर्ता किरण वर्मा ने यह तस्वीर शेयर करते हुए जोमैटो के सीईओ दीपेंद्र गोयल पर कटाक्ष करते हुए उनका आभार जताया।
सामाजिक कार्यकर्ता की पोस्ट (सामाजिक कार्यकर्ता ने ज़ोमैटो डिलीवरी बॉय को देखा)
किरण वर्मा ने यह पोस्ट अपने लिंक्डइन अकाउंट पर शेयर किया है। इस पोस्ट में डिलीवरी बॉय डिलीवरी फूड खाते हुए नजर आ रहा है। किरण ने अपनी पोस्ट में लिखा, ‘असंवेदनशील होने के लिए जोमैटो का शुक्रिया, कल जब मैं नोएडा में अपनी कार पार्क कर रही थी, तो मैंने देखा कि एक बाइकर बाइक पर बैठकर खाना खा रहा है, मैंने अपनी कार यहां पार्क की, लेकिन मैंने उसके खाना खाने तक का इंतजार किया, इसी बीच मैंने उसकी तस्वीर क्लिक की और मुझे लगा कि वो कोई डिलीवरी बॉय है और डिलीवरी का खाना खा रहा है, मैं उसके पास गई और पूछा कि और कितना समय लगेगा, उसने कहा सर बस थोड़ा और, वो हिंदी में बोला, लेकिन उसकी बोलचाल से वो कोई पढ़ा-लिखा व्यक्ति लग रहा था’.
डिलीवरी बॉय ने क्या कहा (ग्राहक का खाना खा रहा जोमैटो डिलीवरी पार्टनर)
किरण ने आगे बताया, ‘मैंने उसका नाम पूछा तो उसने विशाल बताया, शाम के पांच बज रहे थे तो मैंने उससे पूछा कि इतनी देर से लंच क्यों कर रहे हो तो उसने कहा सर मैंने ये ऑर्डर 2 दिन पहले लिया था, मैं खाना डिलीवर करने गई थी, लेकिन पते पर कोई नहीं आया, होली के कारण हमें एक के बाद एक ऑर्डर डिलीवर करने पड़े.’ किरण ने बताया, ‘पूरा परिवार उन पर निर्भर है, जब मैंने उनसे पूछा कि क्या मैं उनकी किसी तरह से मदद कर सकती हूं तो उन्होंने कहा कि सर, मैं मेहनत तो कर सकती हूं, लेकिन भीख नहीं मांग सकती।’ किरण वर्मा ने आगे बताया कि डिलीवरी बॉय महीने में बमुश्किल 20 से 25 हजार रुपए भी नहीं कमा पाते हैं। ग्रेजुएशन के बाद भी इस डिलीवरी बॉय को कोई दूसरी नौकरी नहीं मिली।
पोस्ट पर लोगों की टिप्पणियाँ (ज़ोमैटो फ़ूड डिलीवरी पार्टनर)
सोशल मीडिया पर वायरल किरण के पोस्ट पर अब लोगों के कमेंट भी आ रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, ‘ये डिलीवरी बॉय पर पूरी तरह से अत्याचार है, अगर खाना डिलीवर नहीं होता है तो डिलीवरी बॉय को हर्जाना देना पड़ता है, ये कैसा अन्याय है? एक अन्य यूजर ने कमेंट किया, ‘जोमैटो को अपने डिलीवरी बॉय के लिए डिलीवरी कन्फर्मेशन ऐप में ‘डिलीवरी का प्रयास किया गया लेकिन ग्राहक अनुपलब्ध’ का विकल्प जोड़ना चाहिए, ताकि चीजें आसान हो सकें। तीसरे यूजर ने लिखा, ‘बहुत ही मार्मिक पोस्ट, शेयर करने के लिए शुक्रिया, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि जब हममें से कुछ लोग जश्न मना रहे थे, तो बहुत सारे लोग इतनी मेहनत कर रहे थे।’