भारत के बड़े बिजनेसमैन गौतम अडानी के बेटे जीत की शादी होने जा रही है। इस शादी की खूब चर्चा हो रही है। अपनी शादी से पहले गौतम अडानी के बेटे जीत अडानी और दिवा शाह हाल ही में मिट्टी कैफे गए। वे दोनों यहाँ काफी समय तक रहे। दोनों ने यहां के कर्मचारियों को अपनी शादी में आमंत्रित किया। इस कैफे की खासियत क्या है?
मिट्टी कैफे विकलांग लोगों द्वारा संचालित एक संगठन है। इस संगठन के माध्यम से यह रोजगार के माध्यम से विकलांग लोगों को सशक्त बनाता है। जीत अडानी का इस कैफे में आना बहुत खास रहा क्योंकि वह लंबे समय से इस कैफे से जुड़े हुए हैं। जीत अडानी लंबे समय से दिव्यांग लोगों की मदद में लगे हुए हैं। जीत अडानी मिट्टी कैफे के साथ तब से जुड़े हुए हैं जब उन्होंने इस आउटलेट का उद्घाटन किया था।
जीत अडानी मिट्टी कैफे क्यों पहुंचे?
जीत और दिवा शाह इस कैफे के संस्थापक और मिट्टी कैफे की टीम को अपनी शादी का निमंत्रण देने आए थे। इस दौरान दोनों ने कर्मचारियों से बातचीत की, केक काटा और उनके साथ समय बिताया। दोनों के स्वागत में कैफे की टीम ने उन्हें गुलदस्ते और उपहार भी दिए।
मिट्टी कैफे श्रृंखला पूरे देश में फैली हुई है। यह कैफे शारीरिक, मानसिक और बौद्धिक विकलांगता वाले लोगों, विशेषकर आर्थिक रूप से कमजोर पृष्ठभूमि वाले लोगों को रोजगार प्रदान करता है। जीत अडानी की इस यात्रा को दिव्यांगों के प्रति उनका सम्मान बताया जा रहा है। ऐसा कहा जाता है कि जीत अडानी दिव्यांग व्यक्तियों के प्रति उदार हैं और उनकी मदद करने की कोशिश करते हैं। गौतम अडानी के छोटे बेटे जीत अडानी की शादी 7 फरवरी को होने जा रही है। जीनत की शादी हीरा व्यापारी ज़मीन शाह की बेटी दिवा शाह से होगी। यह हाई प्रोफाइल शादी अहमदाबाद में होने जा रही है। बताया जा रहा है कि शादी समारोह 5 फरवरी से शुरू हो सकता है। इस शादी को लेकर गौतम अडानी ने कहा था कि जीनत की शादी साधारण और पारंपरिक तरीके से होगी।