क्रिकेट न्यूज डेस्क।। आईपीएल 2025 के मेगा ऑक्शन में वैभव सूर्यवंशी के लिए 1.1 करोड़ रुपये की बोली लगी थी। तब से वह लगातार सुर्खियों में बने हुए हैं। उन्होंने महज 14 साल की उम्र में आईपीएल में पदार्पण किया और अपनी पहली ही गेंद से सनसनी मचा दी। फिर सूर्यवंशी ने महज 35 गेंदों में विस्फोटक शतक जड़कर तहलका मचा दिया। इसके अलावा उन्होंने कई तूफानी पारियां खेलीं। जाने से पहले उन्होंने 20 मई को चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ 33 गेंदों पर 57 रन बनाकर एक बार फिर अपनी छाप छोड़ी थी। लेकिन अब इस सीजन में राजस्थान रॉयल्स के साथ उनका सफर भी खत्म हो गया है। इस सीज़न के अपने आखिरी मैच के बाद उन्होंने इस लीग में खेलने के अपने अनुभव साझा किए। मुख्य कोच राहुल द्रविड़ के सामने आईपीएल 2025 से मिली सीख का खुलासा किया।
आईपीएल 2025 ने वैभव को क्या सबक सिखाया?
सीएसके के खिलाफ खेले गए सीजन के अंतिम मैच के बाद राजस्थान रॉयल्स के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ ने अपने सबसे छोटे शिष्य वैभव सूर्यवंशी से बात की। इस बीच उन्होंने पूछा कि इतने बड़े स्टेडियम, हजारों दर्शकों की भीड़, ऐसा माहौल और बेहतरीन खिलाड़ियों के साथ 3 महीने बिताने के बाद उन्होंने क्या सीखा? इस पर वैभव ने जवाब दिया, “मैं 3 महीने से तैयारी कर रहा हूं और नतीजे सामने आ रहे हैं। अभ्यास के कारण मैच में जो चीजें मुश्किल थीं, वे आसान हो गईं। आपको ध्यान केंद्रित रखना होता है और स्वाभाविक खेल से बढ़कर कुछ नहीं होता। आपको टीम की ज़रूरत के हिसाब से खेलना होता है और उसे जिताने की कोशिश करनी होती है। इस स्तर पर कुछ करने की ज़रूरत नहीं है, बस अपनी ताकत के हिसाब से खेलें।”
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सीधे शब्दों में कहें तो वैभव के क्रिकेट जीवन की सबसे बड़ी सीख यही थी कि उन्हें एक ही शैली में बल्लेबाजी नहीं करनी चाहिए। परिस्थिति के अनुसार बदलाव करने से ही सफलता मिलेगी। उन्होंने कहा कि क्रिकेट के अलावा उनके निजी जीवन में भी कई चुनौतियां थीं, जिनका उन्हें सामना करना पड़ा। उन्होंने बताया कि उनके पहले आईपीएल शतक के बाद कई लोग उनके पास आए और उनसे बात करने की कोशिश की। कई लोगों ने फोन किया और संदेश भेजे। लेकिन उसे ये सब चीजें बहुत पसंद नहीं हैं। इसीलिए वह उनसे दूर रहा। केवल अपने परिवार और कुछ करीबी दोस्तों से ही बात की। उसने अपना फोन भी बंद कर दिया था।
आईपीएल 2025 में होगा शानदार प्रदर्शन
वैभव सूर्यवंशी ने 19 अप्रैल को लखनऊ सुपर जायंट्स के खिलाफ आईपीएल में डेब्यू किया था। इस मैच में उन्होंने 170 की स्ट्राइक रेट से 20 गेंदों पर 34 रन बनाए थे। अगले मैच में उन्होंने 16 रनों की पारी खेली थी। लेकिन तीसरे मैच में ही उन्होंने 35 गेंदों पर शतक जड़ दिया। उन्होंने 38 गेंदों पर 101 रनों की पारी खेली। इस शतक के साथ वह टी-20 में शतक बनाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गए।
वैभव ने अगले दो मैचों में 0 और 4 रन बनाए। इसके बाद उन्होंने पंजाब किंग्स के खिलाफ 15 गेंदों पर 40 रन और पिछले मैच में 33 गेंदों पर 57 रन बनाए थे। इस तरह उन्होंने 7 मैचों में 36 की औसत से 252 रन बनाए. इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट 206 का रहा और उनके बल्ले से 24 छक्के और 18 चौके निकले.