20 विकेट लेकर टेस्ट मैच जीते जा सकते हैं… टीम इंडिया का हेड कोच बनने से पहले गौतम गंभीर ने बतौर एक्सपर्ट ये बातें कई बार कही थीं, लेकिन जब से वो हेड कोच बने हैं, लगता है वो ये बात भूल गए हैं। गौतम गंभीर और शुभमन गिल की कोच-कप्तान जोड़ी ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में कुछ ऐसे फैसले लिए हैं जिनसे टीम इंडिया को नुकसान हुआ है। इसमें सबसे बड़ा फैसला विकेटकीपर गेंदबाज कुलदीप यादव को प्लेइंग इलेवन में न रखना है। पूर्व क्रिकेटर आर अश्विन ने भी इस मुद्दे पर बड़ा सवाल उठाया है और इशारों-इशारों में उन्होंने टीम मैनेजमेंट को घेरा है।
आर अश्विन ने गौतम गंभीर पर उठाए सवाल
आर अश्विन ने भारतीय टीम मैनेजमेंट पर सवाल उठाते हुए कहा, ‘अगर कोई मुझसे कहता कि कुलदीप यादव पहले 4 टेस्ट मैचों में नहीं खेलेंगे, तो मुझे बहुत धक्का लगता। दुर्भाग्य से, हम बल्लेबाजी को मजबूत करना चाहते हैं और वो भी सिर्फ 20-30 अतिरिक्त रन के लिए।’ आर अश्विन ने ये बात वाशिंगटन सुंदर के चयन को लेकर कही है, जिन्हें मैनचेस्टर टेस्ट में 8वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए बुलाया गया था और इस खिलाड़ी को दूसरे दिन कोई ओवर नहीं दिया गया था। दूसरी ओर, टीम इंडिया के पास कुलदीप यादव जैसा स्ट्राइक गेंदबाज़ है, लेकिन उन्हें अभी तक मौका नहीं मिला है। अश्विन ने आगे कहा, ‘अगर आप शार्दुल ठाकुर से इतनी अच्छी गेंदबाज़ी करवाना चाहते हैं, तो फिर कुलदीप यादव को चुनने के बारे में क्यों नहीं सोच रहे? यह मेरी समझ से परे है।’
टीम इंडिया को क्या नुकसान हुआ
ऑलराउंडर गौतम गंभीर और शुभमन गिल को प्लेइंग इलेवन में रखने की रणनीति टीम इंडिया को भारी पड़ रही है। दरअसल, टीम इंडिया के पास जसप्रीत बुमराह के अलावा कोई अच्छा स्ट्राइक गेंदबाज़ नहीं है। सिराज का फॉर्म अच्छा नहीं चल रहा है, जबकि शार्दुल, कंबोज, कृष्णा की लेंथ बेहद खराब दिख रही है। कुलदीप यादव इस टीम के इकलौते गेंदबाज़ हैं जिन्हें स्ट्राइक बॉलर माना जाता है। उनमें विकेट लेने की क्षमता है, लेकिन गंभीर और शुभमन को लगता है कि वह अच्छी बल्लेबाज़ी नहीं कर सकते, इसलिए उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा गया है।