भारत में किसी क्रिकेटर के लिए टीम इंडिया में चुना जाना एक सपने के सच होने जैसा है। भारत के लिए अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में खेलना और अच्छा प्रदर्शन करना हर किसी का सपना होता है क्योंकि यही एक खिलाड़ी को पहचान देता है। लेकिन आरसीबी के विकेटकीपर बल्लेबाज जितेश शर्मा ने चौंकाने वाला खुलासा किया है। उनका कहना है कि टीम इंडिया के लिए खेलने के बावजूद उन्हें वह पहचान नहीं मिली जो आरसीबी में शामिल होने के बाद मिली। अब प्रशंसक उनके ऑटोग्राफ के लिए लाइन में खड़े रहते हैं, जबकि जब वे भारत के लिए खेलते थे तब ऐसा नहीं होता था।
“आरसीबी के बाद ही मुझे अपनी असली पहचान मिली”
दरअसल, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने एक वीडियो शेयर किया है। इसमें जितेश शर्मा अपने क्रिकेट सफर के बारे में बात कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा, “जब मैं सैयद मुश्ताक अली के लिए खेलने गया था, तो लोग जितेश, जितेश, आरसीबी, आरसीबी चिल्ला रहे थे। तब मुझे एहसास हुआ कि मैं किसी छोटी टीम में नहीं गया हूं। आरसीबी के लिए खेलना कोई छोटी बात नहीं है। इस टीम में एक अलग एहसास है, क्योंकि 100-150 लोग ऑटोग्राफ के लिए इंतजार कर रहे थे। इससे पहले, जब मैं भारत के लिए खेला था, तो 2 लोग भी नहीं आए थे। तब मुझे लगा कि यह फ्रेंचाइजी कुछ अलग है।”
𝐉𝐢𝐭𝐞𝐬𝐡 𝐒𝐡𝐚𝐫𝐦𝐚: 𝐀𝐜𝐜𝐢𝐝𝐞𝐧𝐭𝐚𝐥 𝐂𝐫𝐢𝐜𝐤𝐞𝐭𝐞𝐫, 𝐈𝐧𝐭𝐞𝐧𝐭𝐢𝐨𝐧𝐚𝐥 𝐖𝐢𝐧𝐧𝐞𝐫 🙌
Talented, Brave, Humble and Smart – attributes not often associated with the same individual. But, he’s different… This is the story of Jitesh Sharma – the man who is… pic.twitter.com/tNlRprM89j
— Royal Challengers Bengaluru (@RCBTweets)
April 16, 2025
गलती से क्रिकेटर बन गए
अमरावती निवासी जितेश ने अपनी यात्रा के बारे में आगे बताया कि उनके क्षेत्र में खेल केवल मनोरंजन के लिए खेले जाते थे। शुरू में तो वह क्रिकेटर बनना भी नहीं चाहते थे। उनका लक्ष्य एनडीए के जरिए सेना में भर्ती होना था, लेकिन राज्य स्तर पर खेलने के लिए उन्हें 25 प्रतिशत की छूट मिल गई। इसलिए, उसने अपने दोस्त की सलाह पर यह प्रयास किया। विकेटकीपर के कॉलम में केवल 3 नाम देखकर उन्होंने अपना नाम लिख दिया – और तभी उनकी जिंदगी बदल गई। सेना में शामिल होने के बजाय वह क्रिकेटर बन गये।
जितेश का प्रदर्शन
जितेश का प्रदर्शन: जितेश के प्रदर्शन की बात करें तो उन्होंने भारत के लिए 9 टी20 मैच खेले हैं, जिसमें वह कुछ खास नहीं कर पाए हैं। वह 14.28 की औसत से केवल 100 रन ही बना सके। वहीं, आईपीएल 2025 में उन्होंने बैंगलोर के लिए 4 पारियों में 29 की औसत और 157 की स्ट्राइक रेट से 88 रन बनाए हैं। इस टूर्नामेंट में ओवरऑल रिकॉर्ड की बात करें तो जीतेश ने 46 मैचों में 23 की औसत और 151 की स्ट्राइक रेट से 818 रन बनाए हैं।