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टैरिफ वार की चिंता को किया नजरअंदाज भारतीय शेयर बाजार ने दिखाई दमदार वापसी, इन Stocks में दिखा 15% तक का उछाल

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सुबह की खराब शुरुआत के बाद अब भारतीय शेयर बाजार में तेजी (Stock Market Rally) आ गई है। सेंसेक्स और निफ्टी ग्रीन जोन में आ गए हैं। निफ्टी 50 70 अंक चढ़कर 24900 के ऊपर पहुंच गया था, जबकि सेंसेक्स में 200 अंकों से ज्यादा की तेजी आई है। वहीं, निफ्टी बैंक में भी 200 अंकों से ज्यादा की तेजी देखने को मिल रही है। हालांकि, मिड और स्मॉलकैप में अभी भी गिरावट जारी है। बीएसई के टॉप 30 शेयरों की बात करें तो ये 18 शेयर हरे और 12 शेयर लाल निशान में कारोबार करते नजर आ रहे हैं। सबसे ज्यादा बढ़त हिंदुस्तान यूनिलीवर में 3.90 फीसदी, जोमैटो में करीब 2 फीसदी और कोटक महिंद्रा में 1.59 फीसदी की रही है।

इन शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी
सबसे ज्यादा तेजी HEG के शेयर में 15 फीसदी रही है। इसके बाद ग्रीव्स कॉटन (11%), कायन्स टेक्नोलॉजी इंडिया (10%), सैजिलिटी इंडिया के शेयरों में 8%, डिलीवरी के शेयरों में 5% और डेटा पैटर्न के शेयरों में 2.31% की बढ़त देखी जा रही है।

ट्रंप के टैरिफ से डरा नहीं बाजार!
सुबह के कारोबार के दौरान भारतीय शेयर बाजार में बड़ी गिरावट देखी गई। निफ्टी 200 अंकों से ज़्यादा और सेंसेक्स लगभग 800 अंकों तक गिर गया था, लेकिन धीरे-धीरे इसमें सुधार हुआ और अब बाजार लाल निशान से हरे निशान में कारोबार कर रहा है। कुछ लार्जकैप शेयरों में अच्छी तेजी देखी गई है।

ये सेक्टर हरे निशान में लौट आए हैं
सबसे ज़्यादा तेज़ी FMCG सेक्टर में देखी जा रही है। सुबह के कारोबार में भी इसमें सबसे ज़्यादा गिरावट आई थी और अब यह लगभग 2% की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा है। वहीं, आईटी, मीडिया और निजी बैंक सेक्टर भी लाल निशान से हरे निशान में लौट आए हैं।

क्यों आई तेज़ी?
हिंदुस्तान यूनिलीवर और जोमैटो जैसे लार्ज-कैप शेयरों में बढ़ी खरीदारी से बाजार में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी है। इसके अलावा, घरेलू और विदेशी निवेशकों की ओर से भी खरीदारी देखने को मिल रही है। वहीं, विशेषज्ञ ट्रंप के टैरिफ को कोई बड़ा झटका नहीं मान रहे हैं, जिसके चलते निवेशक बिकवाली की बजाय खरीदारी कर रहे हैं।

बाजार के जानकार इस ओर इशारा करते हैं कि दोनों देशों के बीच व्यापार समझौते को लेकर बातचीत का रास्ता अभी खुला है। साथ ही, विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) टैरिफ का सबसे ज़्यादा दर्द पहले ही झेल चुके हैं क्योंकि पिछले 8 दिनों की लगातार बिकवाली में उन्होंने शेयर बाजार से लगभग 25,000 करोड़ रुपये निकाल लिए हैं। ऐसे में बाजार में बिकवाली हावी नहीं हुई है।

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