अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के 100 प्रतिशत फार्मा टैरिफ बम से भारत का शेयर बाजार धराशायी होता दिख रहा है। फार्मा शेयरों में सबसे ज़्यादा गिरावट देखने को मिल रही है। सन फार्मा से लेकर डॉ. रेड्डीज के शेयरों में भारी गिरावट देखी जा रही है। ट्रंप के ऐलान के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि शेयर बाजार में लगातार छठे दिन गिरावट देखने को मिल सकती है। बाजार खुलने के बाद कुछ ऐसा ही हुआ। जहां सेंसेक्स में 450 से ज़्यादा अंकों की गिरावट देखी जा रही है। वहीं निफ्टी में भी 110 से ज़्यादा अंकों की गिरावट देखी जा रही है। फार्मा के अलावा ट्रंप ने किचन कैबिनेट, फ़र्नीचर और भारी ट्रकों पर भी टैरिफ लगाया है, लेकिन सबसे ज़्यादा टैरिफ फार्मा पर ही है। आइए आपको भी बताते हैं कि शेयर बाजार में किस तरह के आंकड़े देखने को मिल रहे हैं।
शेयर बाजार में गिरावट
शेयर बाजार में लगातार छठे दिन गिरावट देखी जा रही है। ट्रंप के टैरिफ बम के चलते बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक सेंसेक्स 380 अंकों से ज़्यादा की गिरावट के साथ 80,778.02 अंकों पर कारोबार कर रहा है; जबकि कारोबारी सत्र के दौरान सेंसेक्स 451 अंकों की गिरावट के साथ 80,708.34 अंकों पर कारोबार करता नजर आ रहा है। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख सूचकांक निफ्टी 50 भी करीब 110 अंकों की गिरावट के साथ 24,779.65 अंकों पर कारोबार कर रहा है। जबकि कारोबारी सत्र के दौरान निफ्टी भी 132 अंकों की गिरावट के साथ 24759 अंकों पर दिन के निचले स्तर पर पहुंच गया था। जानकारों के मुताबिक कारोबारी सत्र के दौरान शेयर बाजार के दोनों सूचकांकों में गिरावट और बढ़ सकती है।
फार्मा शेयरों में बड़ी गिरावट देखी जा रही है। बीएसई हेल्थकेयर 1043 अंक यानी 2.37 फीसदी की गिरावट के साथ 42,944.17 अंकों पर कारोबार करता नजर आ रहा है। शेयरों की बात करें तो सन फार्मा के शेयरों में 2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट देखी जा रही है। जबकि डॉ. रेड्डीज के शेयर 1 फीसदी से ज्यादा की गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आ रहे हैं। बायोकॉन के शेयरों में 2.37 फीसदी की गिरावट देखी जा रही है। कैप्लिन पॉइंट के शेयर लगभग 6 प्रतिशत की गिरावट के साथ कारोबार कर रहे थे। सोलारा और वॉकफार्मा के शेयरों में 5-5 प्रतिशत की गिरावट देखी जा रही है। न्यूलैंड, पॉलीमेड, स्टार, केपीएल के शेयरों में भी भारी गिरावट देखी जा रही है।
निवेशकों को बड़ा नुकसान
बाजार में गिरावट से निवेशकों को भी भारी नुकसान हुआ है। बीएसई के आंकड़ों पर नजर डालें तो एक दिन पहले बीएसई का मार्केट कैप 4,57,356,69.91 करोड़ रुपये था, जो कारोबारी सत्र के दौरान 4,53,441,73.1 करोड़ रुपये से कम हो गया था। यानी कारोबारी सत्र के दौरान बीएसई के मार्केट कैप में लगभग 4 लाख करोड़ रुपये का नुकसान हुआ। यह भी निवेशकों का नुकसान है। विशेषज्ञों के अनुसार, कारोबारी सत्र के दौरान यह नुकसान बढ़ सकता है।








