राजद (RJD) प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव को पार्टी और परिवार से बाहर करने का फैसला पूरे बिहार की राजनीति में हलचल मचा रहा है। लालू के इस फैसले को लेकर जहां सियासी गलियारों में चर्चाएं तेज हो गई हैं, वहीं जेडीयू (JDU) के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने इस मामले पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने निजी और सार्वजनिक जीवन की मर्यादा को जोड़ते हुए तेज प्रताप के आचरण पर गंभीर सवाल उठाए हैं।
1. ‘निजी और सार्वजनिक जीवन अलग नहीं’
टीवी9 भारतवर्ष से बातचीत के दौरान जेडीयू नेता केसी त्यागी ने कहा कि राजनीति में निजी और सार्वजनिक जीवन अलग नहीं होते। उनका कहना था कि अगर कोई व्यक्ति निजी जीवन में अनैतिक गतिविधियों में लिप्त है, तो वह सार्वजनिक जीवन में नैतिकता और ईमानदारी की उम्मीद नहीं कर सकता। केसी त्यागी ने कहा, “जो निजी जिंदगी में अच्छा नहीं है, वो सार्वजनिक जीवन में भी अच्छा कैसे हो सकता है?”
उन्होंने यह भी पूछा कि लालू प्रसाद यादव ने अपने बेटे को ऐसे संस्कार कैसे दिए कि वह बार-बार विवादों में घिरता रहा है। तेज प्रताप यादव पहले भी कई बार विवादित बयानों और व्यवहार को लेकर चर्चा में रहे हैं, लेकिन इस बार मामला गंभीर स्तर तक पहुंच गया।
2. ‘तेज प्रताप का आचरण गंभीरता से लिया जाए’
केसी त्यागी ने तेज प्रताप यादव के हालिया बर्ताव की आलोचना करते हुए कहा कि एक मंत्री, विधायक और मुख्यमंत्री के बेटे के तौर पर उनसे जिम्मेदारी की उम्मीद की जाती है, लेकिन उन्होंने बार-बार मर्यादाएं लांघी हैं। त्यागी ने कहा कि तेज प्रताप ने एक महिला के साथ अपने संबंधों को सार्वजनिक किया, जो कि सामाजिक और राजनीतिक दृष्टिकोण से अस्वीकार्य है।
उनके अनुसार, यह मामला केवल परिवार या पार्टी की मर्यादा से नहीं, बल्कि समाज और राजनीति की गरिमा से भी जुड़ा है। “ऐसे लोगों को राजनीति से दूर रखा जाना चाहिए,” उन्होंने दोहराया।
3. ‘लालू का कुशासन बनाम नीतीश का प्रशासन’
जब त्यागी से पूछा गया कि क्या लालू प्रसाद यादव का यह कदम आगामी विधानसभा चुनावों से जुड़ा हो सकता है, तो उन्होंने कहा कि चुनाव के लिए मुद्दों की कोई कमी नहीं है। उन्होंने लालू के राजनीतिक इतिहास पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका कुशासन, परिवारवाद, संपत्ति संग्रह और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दे पहले से ही जनता के सामने हैं।
त्यागी ने कहा, “लालू यादव के अतीत के काले कारनामे और नीतीश कुमार का सुशासन, यह दोनों ही चुनावी मुद्दे हैं। एक तरफ लालू का बेड गवर्नेंस है, दूसरी ओर नीतीश कुमार की गुड गवर्नेंस, जो अपराधियों को सजा दिलाती है और कानून का पालन कराती है।”
4. ‘प्रधानमंत्री मोदी और नीतीश करेंगे चुनाव का नेतृत्व’
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बिहार दौरे को लेकर केसी त्यागी ने कहा कि पीएम मोदी का बिहार आना एक सामान्य प्रक्रिया है और उनका राज्य से गहरा लगाव है। उन्होंने यह भी कहा कि 22 अप्रैल को बिहार से ही प्रधानमंत्री ने आतंकवाद के खात्मे की बात की थी और अब 29 मई को भी उनका दौरा तय है।
त्यागी ने आगे कहा कि अक्टूबर-नवंबर में संभावित विधानसभा चुनावों का नेतृत्व प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मिलकर करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने संकेत दिए कि पीएम मोदी बिहार वासियों को कुछ खास सौगात भी दे सकते हैं।