क्रिकेट न्यूज डेस्क।। एशिया कप 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच होने वाले मैच को लेकर देश में लगातार विरोध के स्वर उठ रहे हैं। इस बीच, शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने भारत-पाकिस्तान मैच पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने बीसीसीआई से पूछा कि क्या यह खेल पहलगाम हमले में शहीद हुए जवानों की जान और हमारे जवानों के बलिदान से ऊपर है?
शिवसेना (यूबीटी) नेता आदित्य ठाकरे ने केंद्रीय खेल मंत्री को लिखे एक पत्र का हवाला देते हुए बीसीसीआई पर सवाल उठाए। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, “आज एक बार फिर, मैं केंद्रीय खेल मंत्री को लिखे अपने पत्र पर प्रकाश डाल रहा हूँ। मेरा बीसीसीआई और पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने वालों से सीधा सवाल है। क्या यह खेल पहलगाम हमले में शहीद हुए जवानों की जान और हमारे जवानों के बलिदान से ऊपर है? प्रधानमंत्री कहते हैं कि खून और पानी एक साथ नहीं बह सकते, तो बीसीसीआई की कमाई और भारतीयों का खून एक साथ क्यों बहेगा?”
आदित्य ठाकरे ने 19 अगस्त को केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया को एक पत्र लिखा। इस पत्र को X पर शेयर करते हुए, आदित्य ठाकरे ने पूछा कि क्या बीसीसीआई के लिए खून और कमाई एक साथ बहती है, जबकि प्रधानमंत्री ने कहा है कि ‘खून और पानी एक साथ नहीं बहते’।
उन्होंने खेल मंत्री मनसुख मंडाविया को पत्र लिखकर बीसीसीआई के पाकिस्तान के साथ क्रिकेट खेलने के ‘शर्मनाक’ फैसले पर केंद्र सरकार के हस्तक्षेप की मांग की।
आदित्य ठाकरे ने 19 अगस्त को केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मंडाविया को एक पत्र लिखा। इस पत्र को X पर शेयर करते हुए, आदित्य ठाकरे ने पूछा कि क्या बीसीसीआई के लिए खून और कमाई एक साथ बहती है, जबकि प्रधानमंत्री ने कहा है कि ‘खून और पानी एक साथ नहीं बहते’।
उन्होंने यह भी सवाल उठाया कि जब भारत ने पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करने के लिए सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजा है, तो अब बीसीसीआई के पाकिस्तान के साथ खेलने का क्या मतलब है? क्या इसके लिए भी एक प्रतिनिधिमंडल भेजा जाएगा?”