बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण इन दिनों अपनी प्रोफेशनल डिमांड्स को लेकर सुर्खियों में हैं। उनकी आने वाली फिल्म ‘स्पिरिट’ से बाहर होने की खबरों ने एक नई बहस को जन्म दे दिया है—फिल्म इंडस्ट्री में 8 घंटे की शिफ्ट को लेकर। दीपिका ने फिल्म में काम करने के लिए कुछ स्पष्ट शर्तें रखी थीं जिनमें दिन में केवल 8 घंटे काम करना और प्रॉफिट शेयर शामिल थे। लेकिन निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा के साथ इन मांगों को लेकर असहमति हो गई और दीपिका ने फिल्म छोड़ दी। इस मुद्दे ने अब फिल्म इंडस्ट्री में एक बड़ा विमर्श खड़ा कर दिया है। अभिनेत्री काजोल, रानी मुखर्जी, और कई जाने-माने डायरेक्टर्स जैसे हंसल मेहता और अब ‘महाराज’ के डायरेक्टर सिद्धार्थ पी. मल्होत्रा दीपिका के पक्ष में सामने आए हैं।
सिद्धार्थ मल्होत्रा ने क्या कहा?
फिल्म ‘हिचकी’ के निर्देशक सिद्धार्थ पी. मल्होत्रा ने 8 घंटे की शिफ्ट को लेकर अपना अनुभव साझा किया। उन्होंने आईएएनएस से बात करते हुए बताया कि रानी मुखर्जी और बच्चों के साथ उन्होंने हिचकी की शूटिंग सिर्फ 28 दिनों में पूरी की, वो भी 8 घंटे की शिफ्ट में। उन्होंने कहा, “हर फिल्म की अपनी जरूरतें होती हैं, लेकिन सेट पर डिसिप्लिन और कोऑर्डिनेशन सबसे जरूरी होता है। हमने ‘हिचकी’ की शूटिंग बहुत ही कुशलता से की, क्योंकि टीम में अच्छा तालमेल था। काजोल भी 2010 में 8 घंटे की शिफ्ट करती थीं, और आज भी करती हैं। दीपिका जो मांग कर रही हैं, वो इंडस्ट्री में नया नहीं है।”
“ये अहंकार नहीं, पेशेवर समझ है” – मल्होत्रा
सिद्धार्थ मल्होत्रा ने यह भी स्पष्ट किया कि कलाकारों की सीमित उपलब्धता को समझना जरूरी है। उन्होंने कहा, “अगर कोई कलाकार सिर्फ 6 घंटे दे सकता है, और डायरेक्टर को उसकी जरूरत है, तो उसमें कोई बुराई नहीं है। यह अहंकार नहीं है, यह एक पेशेवर व्यवस्था है, जिसमें सभी की भूमिका और शर्तों का सम्मान होना चाहिए।”
काजोल और रानी का अनुभव भी सामने आया
काजोल और रानी मुखर्जी जैसी सीनियर अभिनेत्रियों के भी लंबे समय से 8 घंटे की शिफ्ट में काम करने की जानकारी सामने आई है। काजोल खुद कई बार पब्लिक प्लेटफॉर्म पर कह चुकी हैं कि वह काम और परिवार के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए सीमित घंटे काम करना पसंद करती हैं। रानी मुखर्जी ने भी ‘हिचकी’ के दौरान यही अप्रोच अपनाई थी, जिससे ये साबित होता है कि 8 घंटे की मांग कोई असामान्य या असंभव बात नहीं है।
विवाद की शुरुआत कैसे हुई?
विवाद तब शुरू हुआ जब दीपिका पादुकोण के ‘स्पिरिट’ फिल्म से बाहर होने की खबरें सामने आईं। सूत्रों के अनुसार, दीपिका ने 8 घंटे की शिफ्ट, प्रॉफिट शेयर, और शूटिंग के दौरान कुछ शर्तों को लेकर प्रोडक्शन टीम से मांगें की थीं। इन मांगों को निर्देशक संदीप रेड्डी वांगा ने मानने से इंकार कर दिया, जिसके बाद दीपिका ने फिल्म छोड़ दी। बाद में संदीप ने दीपिका की जगह तृप्ति डिमरी को फिल्म में लीड रोल के लिए साइन किया।
इंडस्ट्री में पेशेवर संस्कृति की जरूरत
दीपिका पादुकोण को मिल रहे सपोर्ट से यह साफ है कि बॉलीवुड में काम करने के तौर-तरीकों को लेकर बदलाव की मांग अब मुखर होती जा रही है। कलाकारों के काम के घंटे, मानसिक स्वास्थ्य और पारिवारिक जीवन को सम्मान देना जरूरी हो गया है।