दुनिया में कई हिंदू मंदिर हैं जो अपनी संरचना या कई रहस्यमयी कारणों से आज भी प्रसिद्ध हैं। प्राचीन काल के कई मंदिर ऐसे हैं जो आज भी अक्षुण्ण खड़े हैं। इन्हीं में से एक है ‘तनाह लोट’ मंदिर, जो इस्लामिक देश इंडोनेशिया में समुद्र के बीचों-बीच आज भी मौजूद है। कहा जाता है कि इस मंदिर की रक्षा जहरीले सांप करते हैं। आइए जानते हैं इस मंदिर के बारे में अनोखी और रहस्यमयी जानकारी।
‘तनाह लोट’ का अर्थ क्या है?
यह मंदिर इस्लामिक देश इंडोनेशिया के बाली में मौजूद है। यह समुद्र तट पर स्थित एक बड़ी चट्टान पर बना है, कहा जाता है कि यह लगभग 600 साल पुराना मंदिर है। इसे तनाह लोट मंदिर कहा जाता है, स्थानीय भाषा में ‘तनाह लोट’ का अर्थ समुद्री भूमि होता है। इस मंदिर की सुंदरता इतनी अद्भुत है कि इंडोनेशिया घूमने आने वाले लोग यहाँ ज़रूर आते हैं।
मंदिर के निर्माण की कहानी दिलचस्प है
धार्मिक मान्यता के अनुसार, 15वीं शताब्दी में निरर्थ नाम का एक पुजारी समुद्र तट पर टहलते हुए इस स्थान पर आया था। इस जगह की खूबसूरती ने उन्हें मोहित कर लिया और उन्होंने यहीं रहने का फैसला कर लिया। इस जगह की खूबसूरती के कारण, पुजारी ने मछुआरों की मदद से इस जगह पर एक मंदिर बनवाया। एक विशाल चट्टान पर बना यह मंदिर समुद्र देवता को समर्पित है। यहाँ निरर्थ की भी पूजा की जाती है। बाली पौराणिक कथाओं के अलावा, इस मंदिर पर हिंदू धर्म का भी गहरा प्रभाव बताया जाता है।
विषैले सांप हैं मंदिर के रक्षक
ऐसा माना जाता है कि समुद्र में बने इस मंदिर की रक्षा के लिए विषैले सांप तैनात हैं। जिनका निवास चट्टान के नीचे है। कहा जाता है कि ये मंदिर को बुरी शक्तियों और घुसपैठियों से बचाते हैं। ऐसा माना जाता है कि पुजारी निरर्थ ने अपनी शक्ति से एक विशाल समुद्री सांप बनाया था, जो आज भी इस मंदिर की रक्षा करता है।