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पहला टेस्ट रोमांचक मोड़ पर, जीत के लिए भारत को अंतिम दिन करने होंगे ये 5 काम

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भारत और इंग्लैंड के बीच पांच टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला बेहद रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है। चार दिन के खेल के बाद मुकाबला पूरी तरह खुला हुआ है। इंग्लैंड को जीत के लिए अंतिम दिन 350 रन बनाने हैं, जबकि उसके दोनों सलामी बल्लेबाज क्रीज पर डटे हुए हैं और स्कोरबोर्ड पर बिना विकेट खोए 21 रन जुड़ चुके हैं।

हालांकि यह लक्ष्य बड़ा है, लेकिन इंग्लैंड की बल्लेबाजी गहराई और आक्रामक शैली को देखते हुए भारतीय टीम को सतर्क रहना होगा। अगर टीम इंडिया को यह मैच जीतना है, तो उसे पांचवां दिन बेहद सोच-समझकर खेलना होगा। आइए जानते हैं वो 5 अहम रणनीतिक कदम जो भारत को अंतिम दिन उठाने होंगे:

1. नई गेंद का सही इस्तेमाल और शुरुआती विकेट

इंग्लैंड की ओपनिंग जोड़ी मजबूत नजर आ रही है। भारत के तेज गेंदबाजों को पांचवें दिन की शुरुआत से ही सटीक लाइन-लेंथ से गेंदबाजी करनी होगी। नई गेंद से पहले घंटे में एक-दो विकेट निकालना मैच का रुख पलट सकता है। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को अपने अनुभव और कौशल का पूरा इस्तेमाल करना होगा।

2. रनों की गति पर नियंत्रण

इंग्लैंड की टेस्ट क्रिकेट में ‘बाजबॉल’ पद्धति से रन तेजी से बनाने की प्रवृत्ति रही है। ऐसे में भारत को न केवल विकेट निकालने की जरूरत है, बल्कि रन गति पर भी अंकुश लगाना होगा। रनों की रफ्तार कम करने से दबाव बनेगा और गलत शॉट खेलने की संभावना बढ़ेगी।

3. रविचंद्रन अश्विन और रवींद्र जडेजा की भूमिका होगी अहम

पिच का मिजाज अब स्पिनरों के अनुकूल होता जा रहा है। ऐसे में अश्विन और जडेजा की भूमिका निर्णायक होगी। दोनों को साझेदारी में गेंदबाजी करते हुए न केवल टर्न और उछाल का फायदा उठाना होगा, बल्कि बल्लेबाजों को टिकने नहीं देना होगा। उनका अनुभव और विविधता भारतीय टीम के लिए बड़ा हथियार साबित हो सकता है।

4. फील्डिंग में कोई चूक नहीं

ऐसे हाई-प्रेशर मैचों में फील्डिंग का स्तर मैच का परिणाम तय कर सकता है। भारत को कैच, रन आउट के मौके नहीं गंवाने चाहिए। स्लिप में कैचिंग और इनर सर्कल में चुस्त मूवमेंट बेहद जरूरी होगा, खासकर तब जब स्पिन गेंदबाजी हो रही हो।

5. कप्तानी और मानसिक दबाव का प्रबंधन

कप्तान रोहित शर्मा को पूरे दिन मैदान पर रणनीति में लचीलापन दिखाना होगा। फील्डिंग सेटिंग, गेंदबाजों का रोटेशन और मानसिक रूप से टीम को ऊर्जावान बनाए रखना बेहद जरूरी है। इंग्लैंड की आक्रामक मानसिकता के सामने संयम और धैर्य से खेल को नियंत्रित करना होगा।

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