क्रिकेट आज के समय में एक हाई-प्रोफाइल खेल बन गया है। इससे जुड़े खिलाड़ियों को किसी सेलिब्रिटी से कम नहीं माना जाता। यही वजह है कि वे जहाँ भी जाते हैं, उन्हें देखने और उनसे मिलने के लिए भीड़ उमड़ पड़ती है। हालाँकि कई मौकों पर ये क्रिकेटर निराश नहीं करते, लेकिन कभी-कभी ऐसी घटनाएँ घट जाती हैं जिनकी वजह से वे सुर्खियों में आ जाते हैं। कुछ क्रिकेटर ऐसे भी रहे जिन्होंने मैदान पर अपने खेल से सबका दिल जीत लिया, लेकिन मैदान के बाहर इतने बदनाम हुए कि उनके कारनामे आज भी याद किए जाते हैं।
शराब पीकर डेविड वॉर्नर ने जो रूट को मुक्का मारा
इस लिस्ट में सबसे पहले नाम ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल सलामी बल्लेबाज़ डेविड वॉर्नर का आता है, जिन्होंने शराब पीकर हद पार कर दी थी। साल 2013 में वॉर्नर ने बर्मिंघम के एक बार में शराब पीकर इंग्लैंड के पूर्व कप्तान जो रूट को मुक्का मारा था। इस घटना के बाद काफ़ी हंगामा हुआ था, लेकिन इससे सीख लेते हुए वॉर्नर ने दो साल तक शराब को हाथ नहीं लगाया और 2016 में अपने धमाकेदार प्रदर्शन से सनराइज़र्स हैदराबाद को खिताब जिताया।
शराब पीने की वजह से टीम से बाहर हुए थे
ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के सबसे सफल कप्तानों में से एक रिकी पोंटिंग ने भी एक इंटरव्यू में स्वीकार किया था कि 1999 में उन्होंने नशे में एक बार में एक अजनबी को मुक्का मारा था। इस घटना के बाद उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम से बाहर कर दिया गया था।
शराब ने उनका करियर बर्बाद कर दिया
शराब की लत के कारण इंग्लैंड के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर ने भी एक बहुत ही घटिया हरकत की थी जिसके कारण उन्हें इंग्लैंड टीम से बाहर कर दिया गया था। मोंटी को पार्टी करने और शराब पीने की आदत थी। इसी आदत के कारण उन्होंने नशे में एक बार में एक बाउंसर पर पेशाब कर दिया था, जिसके कारण उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया और फिर वे कभी वापसी नहीं कर पाए।
अपनी शराब पीने की आदत के कारण वे हमेशा विवादों में रहे। ऑस्ट्रेलिया के सर्वश्रेष्ठ ऑलराउंडरों में से एक दिवंगत एंड्रयू साइमंड्स भी शराब की लत के कारण टीम से बाहर हो गए थे। साइमंड्स को शराब का बहुत शौक था, जिसके कारण 2009 में उन पर मैदान पर शराब पीकर खेलने का आरोप लगा था, जिसके कारण उन्हें टीम से बाहर रहना पड़ा था। शराब के नशे में झगड़े के बाद जेसी राइडर कोमा में चले गए थे। न्यूज़ीलैंड के उभरते हुए खिलाड़ी जेसी राइडर का करियर भी शराब की लत के कारण बर्बाद हो गया था। 2010 में, नशे में धुत होकर उन्होंने क्राइस्टचर्च के एक बार में झगड़ा शुरू कर दिया था, जहाँ भीड़ ने उन पर हमला कर दिया था। इस हमले में वे इतनी गंभीर रूप से घायल हुए कि कुछ दिनों के लिए कोमा में चले गए। हालाँकि वे ठीक हो गए, लेकिन उसके बाद वे क्रिकेट में वापसी नहीं कर पाए।