पाकिस्तान क्रिकेट टीम हो या उसका बोर्ड, अक्सर किसी न किसी विवाद के कारण चर्चा में रहता है। ऐसा ही एक विवाद 2024 में देखने को मिला जब गैरी कर्स्टन और फिर जेसन गिलेस्पी ने कुछ ही महीनों के अंदर मुख्य कोच के पद से इस्तीफा दे दिया। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पिछले साल गिलेस्पी को टेस्ट में टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया था, जबकि गैरी कर्स्टन को सीमित ओवरों के प्रारूप में मुख्य कोच की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। हालांकि, दोनों ने 6 महीने के अंदर ही पद छोड़ दिया था। वहीं, कर्स्टन ने अब मुख्य कोच के पद से हटने के अपने फैसले को लेकर पहली बार बयान दिया है, जिसमें उन्होंने पीसीबी की कार्यप्रणाली की पूरी सच्चाई उजागर की है।
पाकिस्तानी टीम में बाहरी लोगों का बहुत हस्तक्षेप है
गैरी कर्स्टन ने विजडन पॉडकास्ट को दिए अपने बयान में पाकिस्तानी टीम के मुख्य कोच का पद छोड़ने के पीछे की वजह के बारे में बात करते हुए कहा, “मुझे अपना काम ठीक से नहीं करने दिया गया, टीम के अंदर बहुत ज़्यादा बाहरी लोगों का हस्तक्षेप था। मेरे लिए पहले कुछ महीने बहुत तनावपूर्ण रहे, फिर मुझे एहसास हुआ कि एक कोच के तौर पर मेरे पास यहाँ बहुत ज़्यादा अधिकार नहीं होने वाले हैं। मुझे चयन पैनल से हटा दिया गया और कहा गया कि मुझे सिर्फ़ टीम को कोच करना है, लेकिन टीम के चयन में मेरी कोई भूमिका नहीं होगी। एक कोच के तौर पर जब आप अपनी टीम पर कोई सकारात्मक प्रभाव नहीं डाल रहे होते हैं, तो आपके लिए चीज़ें बहुत मुश्किल हो जाती हैं।”
पाकिस्तानी टीम के खिलाड़ियों पर बहुत ज़्यादा दबाव है
कर्स्टन ने अपने बयान में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों का भी ज़िक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा, “पाकिस्तानी खिलाड़ियों पर शायद दुनिया की किसी भी दूसरी टीम के मुक़ाबले प्रदर्शन करने का ज़्यादा दबाव होता है। जब टीम हार का सामना करती है, तो वहाँ का पूरा माहौल बिल्कुल अलग नज़र आता है।” हालांकि, कर्स्टन ने कहा कि वह कोच के रूप में पाकिस्तान क्रिकेट टीम में वापसी कर सकते हैं, लेकिन सही परिस्थितियों में और बिना किसी बाहरी हस्तक्षेप के।